वेदांता ESL तीरंदाजी अकादमी की कृतिका ने राष्ट्रीय स्कूल खेलों में जीता रजत पदक

BULLETIN INDIA DESK ::

Bulletin India. Bokaro.

13 वर्षीय कृतिका कुमारी ने गुजरात के नाडियाड में आयोजित 68वें राष्ट्रीय स्कूल खेलों में अंडर-14 वर्ग में रजत पदक जीतकर बोकारो का मान बढ़ाया है। सियालजोरी की रहने वाली और कक्षा 9 की छात्रा कृतिका पिछले दो वर्षों से वेदांता ईएसएल तीरंदाजी अकादमी में कोच भूडेश्वर मुर्मू के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण ले रही हैं।

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बोकारो के लिए गर्व का क्षण

राष्ट्रीय स्तर की इस प्रतियोगिता में 60 से अधिक प्रतिभाशाली तीरंदाजों ने भाग लिया। कृतिका की यह उपलब्धि उनके समर्पण और अकादमी के विश्वस्तरीय प्रशिक्षण का परिणाम है। उनके प्रदर्शन ने बोकारो को राष्ट्रीय मानचित्र पर विशेष स्थान दिलाया है।

वेदांता ईएसएल तीरंदाजी अकादमी: ग्रामीण प्रतिभाओं का केंद्र 

वेदांता ईएसएल तीरंदाजी अकादमी की स्थापना 2020 में ईएसएल स्टील लिमिटेड द्वारा की गई थी। सियालजोरी में स्थित यह अकादमी ग्रामीण क्षेत्रों के होनहार तीरंदाजों को अत्याधुनिक सुविधाएं और प्रशिक्षण प्रदान करती है। अब तक, अकादमी ने राष्ट्रीय, राज्य और जिला स्तर पर कुल 185 पदक जीतकर अपनी सफलता का प्रमाण दिया है।

कृतिका का सफर और उपलब्धियां

एसएम हाई स्कूल, सियालजोरी की छात्रा कृतिका ने नवंबर 2022 में अकादमी में प्रवेश लिया था। कठोर प्रशिक्षण और अपने दृढ़ संकल्प के बल पर उन्होंने वेदांता चैलेंज ट्रॉफी और स्कूल गेम्स में कई पदक जीते हैं। उनकी नजर अब एनटीपीसी अखिल भारतीय तीरंदाजी चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक पर है।

ESL स्टील लिमिटेड की प्रतिबद्धता

ईएसएल स्टील लिमिटेड के सीएसआर प्रमुख कुणाल दारिपा ने कृतिका की उपलब्धि पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “हमें गर्व है कि कृतिका ने राष्ट्रीय स्तर पर बोकारो और झारखंड का नाम रोशन किया है। हम अकादमी को और सशक्त बनाने तथा अधिक ग्रामीण प्रतिभाओं को आगे लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” 

अकादमी का भविष्य और उद्देश्य

झारखंड की तीरंदाजी परंपरा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्थापित यह अकादमी वर्तमान में अंडर-9, अंडर-14, अंडर-17 और अंडर-21 वर्गों के 50 से अधिक तीरंदाजों को प्रशिक्षण देती है। अकादमी ने अपनी प्रभावी पहल और समर्पित कोचिंग के जरिये ग्रामीण युवाओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुंचने का मार्ग प्रशस्त किया है।

कृतिका कुमारी की यह सफलता न केवल उनकी व्यक्तिगत मेहनत का परिणाम है, बल्कि यह वेदांता ईएसएल तीरंदाजी अकादमी की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं की सफलता का प्रमाण भी है।

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