बोकारो से महावीर प्रसाद की खबर।
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने बोकारो जिला मुख्यालय पर एक धरना कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में पार्टी के जिला सचिव भागीरथ शर्मा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हाल के आम चुनावों में कम सीटें मिलने के कारण NDA की स्थिति कमजोर हुई है। इसके बावजूद, NDA सरकार मजदूर विरोधी, किसान विरोधी, जनविरोधी और कॉरपोरेट समर्थक नीतियों पर काम कर रही है।
शर्मा ने कहा कि सरकार के बजट में मजदूरों और किसानों की उपेक्षा की गई है और बेरोजगार युवाओं की उम्मीदों को धोखा दिया गया है। उन्होंने आगामी दिनों में संघर्षों को तेज करने और आम जनता की एकता को जमीनी स्तर तक ले जाने का आह्वान किया। उन्होंने आगामी विधानसभा चुनावों में BJP और NDA को सत्ता से बाहर रखने का संकल्प लेने की अपील की, खासकर कोविड महामारी के दौरान पारित किए गए मजदूर विरोधी तीन श्रम संहिताओं के खिलाफ।
धरना में जबरन स्मार्ट मीटर लगाने की निंदा की गई और इसके खिलाफ चल रहे आंदोलनों को समर्थन दिया गया। साथ हीं, सरकार से प्रीमियम और लाभ, चिकित्सा बीमा और कृषि पर से GST हटाने की मांग की गई। शर्मा ने ट्रेड यूनियनों पर हो रहे हमलों और रणनीतिक क्षेत्र उद्योगों के निजीकरण की नीतियों की आलोचना की।
धरना में महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार, क्रूर बलात्कार और हत्याओं का मुद्दा भी उठाया गया। इन जघन्य अपराधों की निंदा करते हुए, धरना में पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग की गई। कार्यक्रम के अंत में स्थानीय मुद्दों को लेकर 26 सूत्रीय मांग पत्र पार्टी के शिष्टमंडल द्वारा उपायुक्त महोदया को सौंपा गया।
धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता बी.डी. प्रसाद ने की और संचालन आर.के. गोरांई ने किया। इस अवसर पर राज्य सचिव मंडल के सदस्य राम चन्द्र ठाकुर, श्याम सुंदर महतो, प्रदीप विश्वास, मनोज कुमार पासवान, विजय कुमार, मो. अब्बास, के.एन. सिंह और काशी रजवार ने भी सभा को संबोधित किया। कार्यक्रम में सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।