संवाददाता, गुवा।
सारंडा जंगल के ससंग्दा (किरीबुरु) वन क्षेत्र अंतर्गत करमपदा-तोपाडीह ग्रामीण वन सड़क मार्ग पर जंगली हाथी के हमले में बिमल जक्रियास की मौत हो गई। बिमल, ओडिशा के तोपाडीह का निवासी था। मंगलवार को किरीबुरु के रेंजर शंकर भगत ने बिमल की पत्नी प्रेम दानी मुंडा को चार लाख रुपये का मुआवजा चेक प्रदान किया। चेक देने से पहले मेघाहातुबुरु उत्तरी पंचायत की मुखिया लिपि मुंडा और मजदूर नेता वीर सिंह मुंडा ने सत्यापन किया।
रेंजर शंकर भगत ने कहा कि सारंडा के ग्रामीण वन्य प्राणियों के हमलों का सामना कर रहे हैं, जो अत्यंत दुःखद है। उन्होंने इस पर चिंता व्यक्त की कि ग्रामीण जंगल काटकर नए घर बना रहे हैं, जिससे हाथियों और अन्य वन्य प्राणियों के कॉरिडोर खंडित हो रहे हैं। रेंजर ने सभी से वन्य प्राणियों के कॉरिडोर को बचाने और लकड़ी तस्करों के खिलाफ संयुक्त अभियान चलाने का आह्वान किया।
रेंजर भगत ने जानकारी दी कि हाथियों का 11 सदस्यीय समूह, जिसमें दो बच्चे भी शामिल हैं, करमपदा कम्पार्टमेंट के जंगलों में सक्रिय है। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे हाथियों से अपने आप को सुरक्षित रखें और इसके प्रति लोगों को जागरूक करें।