संवाददाता, धनबाद।
धनबाद के लोदना ओपी क्षेत्र स्थित देवप्रभा आउटसोर्सिंग कंपनी में शुक्रवार को 30 वर्षीय युवक की मौत एक हॉलपेक की चपेट में आने से हो गया था। युवक की मौत के बाद हजारों स्थानीय लोग कंपनी परिसर में पहुंच गये और हंगामा करने लगे। आक्रोशित लोग युवक के शव के साथ प्रदर्शन कर रहे थे। देखते हीं देखते आक्रोशित लोग उग्र हो गये, बवाल काटने लगे। गुस्साए लोगों ने आउटसोर्सिंग में खड़ी दो हालपैक, एक कैम्पर को आग के हवाले कर दिया और कई वाहनों का शीशा फोड़ दिया, कंपनी में पथराव भी करने लगे। हाजिरी घर में तोड़फोड़ कर आग के हवाले कर दिया। कर्मचारियों के कई मोटरसाइकिल को तोड़ दिया। लगभग 30 से 40 टायर को आग के हवाले कर दिया गया था। अनुमान है कि कंपनी को करोड़ों का नुकसान हुआ है।
मामले की सूचना के बाद भारी संख्या में सीआईएसएफ जवान और सिंदरी अनुमंडल के कई थाना, ओपी पुलिस मौके पर पहुंची और आक्रोशित लोगों को शांत कराने का प्रयास करने लगी। लेकिन लोग पुलिस और सीआईएसएफ की मौजूदगी में घंटों तक हंगामा करते रहे। लोगों के गुस्से और हंगामे को देखते हुए कंपनी में कार्यरत कर्मी फरार हो गये। कुछ कर्मी अपनी-अपनी जान बचाने के लिए छिप गये। स्थानीय लोगों ने बताया कि बीसीसीएल की लोदना एरिया 10 में संचालित सुश्री आउटसोर्सिंग में बीस दिनों से स्थानीय युवक सूरज माली नियोजन की मांग को लेकर कंपनी के चक्कर लगा रहा था। शुक्रवार को 30 वर्षीय सूरज अचानक हालपैक वाहन की चपेट में आ गया, जिसमें उसकी दर्दनाक मौत हो गयी।
शनिवार को शव का पोस्टमार्टम होने के बाद शव उसके आवास नार्थ जियलगोड़ा भूली क्वार्टर पहुंचा। शव पहुंचते ही पत्नी रेणु देवी, मां दुलारी देवी, पिता बीरेंद्र माली व बहने दहाड़े मार कर रोने लगी। पुत्री इशिता, रश्मि व तीन वर्षीय पुत्र अणु भी रोने लगा। मौके पर आसपास के लोगों की भीड़ जुट गई। सभी के आंखे नम हो गई। स्वजन रो रो कर बस यहीं कह रहे थे कि हमने तो अपनों को खो दिया है। आउटसोर्सिंग कंपनी के मालिक व उसके गुर्गे की मनमानी से जान गया है। कंपनी के मालिक अपने आप को सरकार समझने लगा है। तानाशाही रवैया अपना कर लोगों को परेशान कर रहा है। हमलोग आउटसोर्सिंग कंपनी के परियोजना के जद में है। सूरज काम मांग रहा था। पर उसे काम नहीं देकर परेशान किया जा रहा था। पुलिस प्रशासन ऐसे लोगों को चिन्हित कर करवाई करे। मृतक घर का एक मात्र कमाने वाला था। पिता बीरेंद्र माली बीसीसीएल कर्मी में काम करते थे। पर कुछ वर्ष पहले ही उन्हें बर्ख़ास्त करने की बात कही जा रही है। सूरज ही कैटरिंग का काम कर परिवार व अपने बच्चों का भरण पोषण करता था। अब उसके नही रहने से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
आउटसोर्सिंग का काम रहा बंद
सुश्री देवप्रभा आउटसोर्सिंग में घटना के बाद हुए बबाल के बाद से काम पूरी तरह ठप रहा। वहीं घटना के बाद बागडिगी कोलियरी स्थित लोडिंग पॉइंट से भी कोयला लोडिंग का काम बंद रहा। शुक्रवार को घटना के बाद से लोडिंग कराने आए वाहन चालक मौके से वाहन लेकर भाग निकले। जबकि एक लोड हाइवा लोडिंग पॉइंट पर हीं खड़ी है। सुश्री-देवप्रभा कैम्प में सन्नाटा पसरा रहा है।
सुरक्षा के दृष्टि से कैम्प के पास पुलिस बल तैनात है। देवप्रभा कंपनी के निदेशक कुंभनाथ सिंह कैम्प सह कार्यालय पहुंचकर नुकसान का आकलन कर रहे है। कैम्प में लगे CCTV कैमरा के फुटेज को देखा। कैम्प के कार्यालय में भी लोगों ने आग लगा दिया। जिस कारण कई जरूरी कागजात जल गए। कंप्यूटर सहित कई समान चोरी कर लिए गए। वहीं निदेशक के भाई के वाहन को क्षतिग्रस्त कर डिक्की के नगद रुपये भी गायब है। साथ हीं साथ निदेशक कुंभनाथ पर भी जानलेबा हमला की बात कही जा रही है। सभी चीजों के देखने के बाद ही कंपनी पुलिस से शिकायत करेगी। BCCL के एकीकृत जयरामपुर कोलियरी के PO अरुण कुमार पांडेय, सुरक्षा अधिकारी डीके मीना सहित कई अधिकारी सुश्री-देवप्रभा के कैम्प पहुंचे। पीओ एके पांडेय ने बताया कि आउटसोर्सिंग के काम बंद रहने से करीब 70 हजार क्यूबिक मीटर ओबी हटाने व लगभग 6 हजार कोयला निकासी प्रभावित हुआ। आउटसोर्सिंग के चालू करने के लिए पुलिस व वरीय अधिकारियों के निर्देश का पालन किया जाएगा।
छानबीन में जुटी पुलिस
घटना के बाद शनिवार को लोदना पुलिस छानबीन में जुट गई। लोदना ओपी प्रभारी रजनीकांत कैम्प पहुंचे। कई लोगों से घटना के बारे में जानकारी लिया। जले व क्षतिग्रस्त वाहनों की जांच किया। कई CCTV कैमरा को खंगाला। घटना के बाद पहुंचे लोगों ने सबसे पहले CCTV कैमरा को हीं तोड़ा।
बताया जा रहा है कि कैम्प में लगे कई CCTV कैमरा में वारदात को रिकॉर्डिंग किया है। पुलिस इसी के आधार पर आगे की कार्रवाई करेगी। वहीं कंपनी के निदेशक पर किसी कुदाल व अन्य सामग्री से जानलेवा हमला की बात भी सामने आ रही है। उस पर भी पुलिस जांच कर रही है। मालूम हो कि निदेशक कुंभ नाथ के वाहन को लोगों ने क्षतिग्रस्त कर दिया था। निदेशक व अन्य लोग किसी तरह पीछे से निकले। शाम तक मृतक के स्वजनों ने पुलिस से शिकायत नही किया। शिकायत मिलने पर पुलिस आगे की कारवाई करेगी।