गुवा सेल प्रबंधन को 8 सितंबर तक 500 ग्रामीणों को रोजगार देने का अल्टीमेटम, अन्यथा होगी अनिश्चितकालीन आर्थिक नाकेबंदी – मंत्री दीपक बिरुवा
चाईबासा (पश्चिम सिंहभूम) से सिद्धार्थ पाण्डेय की खबर।
मंत्री दीपक बिरुवा ने 8 सितंबर गुवा शहीद दिवस की तैयारियों का जायजा लेते हुए गुवा डाक बंगला में कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और तैयारियों के बारे में जानकारी ली। इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने बताया कि सेल गुवा प्रबंधन को 8 सितंबर तक 500 बेरोजगार ग्रामीणों को रोजगार देने का अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इस समय सीमा तक रोजगार प्रदान नहीं किया गया तो गुवा शहीद दिवस के मंच से इस खदान में अनिश्चितकालीन आर्थिक नाकेबंदी की तिथि की घोषणा की जाएगी।
मंत्री बिरुवा ने कहा कि गुवा प्रबंधन रोजगार के मुद्दों पर केवल बहाने बना रही है। उन्होंने कहा, “प्रबंधन का कहना है कि फॉरेस्ट क्लियरेंस मिलने के बाद 1000 लोगों को रोजगार दिया जाएगा, लेकिन हमारा मांग है कि तत्काल 100 बेरोजगारों को रोजगार देकर शुरुआत की जाए और 8 सितंबर तक 500 लोगों को रोजगार दिया जाए। इसके बाद, हम सभी विधायक मिलकर फॉरेस्ट क्लियरेंस कराने का प्रयास करेंगे।”
इस घोषणा के बाद गुवा प्रबंधन के सामने एक नई चुनौती खड़ी हो गई है। गुवा खदान पहले हीं लौह अयस्क की कमी से जूझ रही है और इस खदान का बंद होना सेल के स्टील प्लांटों के लिए बड़ी समस्या बन सकता है।
पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा के नेतृत्व में 500 बेरोजगारों के रोजगार की मांग को लेकर गुवा खदान के संयुक्त यूनियन ने जुलाई में अनिश्चितकालीन स्लो डाउन आंदोलन शुरू किया था। त्रिपक्षीय वार्ता के बाद आंदोलन समाप्त हुआ, लेकिन प्रबंधन ने अब तक किसी को भी रोजगार नहीं दिया है। इस मुद्दे पर भाजपा और झामुमो के बीच राजनीति भी गरमा गई है।
बिरुवा ने भाजपा पर भी निशाना साधा और कहा कि झारखंड सरकार के पास रोजगार के संसाधन कम हैं, जबकि भाजपा ने वादा किया था कि हर साल दो करोड़ बेरोजगारों को रोजगार देंगे, जो अब तक पूरा नहीं हुआ है।
मंत्री दीपक बिरुवा ने गुवा में सीजीएम कमल भाष्कर और अन्य अधिकारियों से मुलाकात की। इस दौरान जिला परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी सोरेन, प्रेम गुप्ता, हेमराज सोनार और अन्य कई नेता और ग्रामीण मौजूद थे।