बुलेटिन इंडिया, संवाददाता।
बोकारो। वेदांता ईएसएल द्वारा संचालित ईएसएल तीरंदाजी अकादमी ने शनिवार को सियालजोरी स्थित परिसर में एक भव्य सम्मान समारोह का आयोजन कर राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले युवा तीरंदाजों और उनके प्रशिक्षकों को सम्मानित किया।
समारोह में उन खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया जिन्होंने विभिन्न प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन कर अकादमी और राज्य का नाम रोशन किया है। अकादमी की स्थापना वर्ष 2020 में हुई थी और तब से अब तक इसके खिलाड़ियों ने 190 से अधिक पदक अपने नाम किए हैं। हाल ही में संपन्न हुई 15वीं झारखंड राज्य तीरंदाजी चैंपियनशिप 2023 में भी अकादमी के खिलाड़ियों ने सराहनीय प्रदर्शन किया।
सम्मान प्राप्त करने वाले प्रमुख खिलाड़ियों में चितरंजन टुडू (1 स्वर्ण), बानी कुमारी और तन्नू कुमारी (2-2 स्वर्ण), सत्यमी कुमारी और सुहाना परवीन जैसे नाम शामिल हैं। वहीं, लगातार अच्छे प्रदर्शन के लिए कृतिका कुमारी को विशेष रूप से एक रिकर्व धनुष प्रदान किया गया।
कार्यक्रम में अकादमी के कोचिंग स्टाफ—मुख्य कोच बुदेश्वर मुर्मू, सहायक कोच संजू कुमारी और शारीरिक प्रशिक्षक एसपी घोष को भी उनके अथक सहयोग और मार्गदर्शन के लिए सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर ईएसएल स्टील लिमिटेड के उप निदेशक (केंद्रीय इंजीनियरिंग) दुर्गा प्रसन्ना पांडा, बोकारो जिला तीरंदाजी संघ की सचिव अंजला सिंह, स्थानीय सरपंच रफीक आलम और पंचायत समिति सदस्य पशुपति महतो भी उपस्थित रहे।
समारोह के दौरान अकादमी में प्रशिक्षण ले रहे सभी 50 बच्चों को नई यूनिफॉर्म, जूते और तीरंदाजी किट प्रदान की गई। यह पहल वेदांता ईएसएल की ग्रामीण प्रतिभाओं को विश्वस्तरीय प्रशिक्षण देने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
इस मौके पर ईएसएल स्टील लिमिटेड के सीएसआर प्रमुख कुणाल दरिपा ने कहा, “हम मानते हैं कि खेल जीवन को नई दिशा दे सकते हैं। यह समारोह हमारे युवा खिलाड़ियों और कोचों की मेहनत और लगन का सम्मान है। वेदांता ईएसएल आगे भी ग्रामीण प्रतिभाओं को मंच देने और उन्हें उभारने के लिए निरंतर प्रयास करता रहेगा।”
ईएसएल तीरंदाजी अकादमी के बारे में
ईएसएल स्टील लिमिटेड की सीएसआर पहल के तहत स्थापित यह अकादमी वर्ष 2020 से सियालजोरी स्थित प्लांट परिसर में संचालित हो रही है। यहां 9 से 21 वर्ष आयु वर्ग के 50 बच्चों को तीरंदाजी का निशुल्क प्रशिक्षण, पोषण, आवश्यक उपकरण और समुचित प्रशिक्षण वातावरण उपलब्ध कराया जाता है। अकादमी का उद्देश्य प्रतिभाशाली ग्रामीण बच्चों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है।