नालंदा से मुन्ना पासवान की रिपोर्ट।
बिहार के नालंदा जिले के इस्लामपुर प्रखंड के बड़ी पैठना गांव स्थित उर्दू उत्क्रमित मध्य विद्यालय में उस समय हड़कंप मच गया जब प्रभारी प्रधानाध्यापक दिनेश प्रसाद सिन्हा को शराब के नशे में चूर विद्यालय परिसर में पाया गया। स्थानीय ग्रामीणों ने इसलामपुर थाना पुलिस को इसकी जानकारी दी। इसके बाद थाना अध्यक्ष संजीव कुमार सिंह के नेतृत्व में एक पुलिस दल ने विद्यालय पहुंचकर दिनेश प्रसाद सिन्हा को हिरासत में लिया।
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तारी के समय दिनेश प्रसाद सिन्हा नशे की हालत में थे और उनकी स्थिति ऐसी थी कि वे ठीक से बात भी नहीं कर पा रहे थे। इस घटना का विद्यालय के माहौल पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा, जिससे छात्रों और अभिभावकों में नाराजगी और असंतोष फैल गया।
थानाध्यक्ष संजीव कुमार सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए प्रभारी प्रधानाध्यापक को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है, ताकि उनके शराब के नशे की पुष्टि की जा सके। पुलिस उन्हें जेल भेजने की प्रक्रिया में जुटी है और इस मामले में आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
यह घटना शिक्षा क्षेत्र में अनुशासन और नैतिकता के सवाल खड़े करती है। मामले की गहन जांच की जा रही है और उच्च अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसी घटनाओं से बच्चों की शिक्षा पर बुरा असर पड़ता है और प्रशासन को इस पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
बताते चलें कि पूरे बिहार राज्य में शराब बंदी है। ऐसे में समाज के प्रबुद्ध वर्ग से आने वाले प्रधानाचार्य को शराब की नशे में चूर पाया जाना प्रशासनिक कर्तव्यनिष्ठा पर भी सवालिया निशान खड़े करता है।