छात्र संगठन ने कहा : यह जनआंदोलन की जीत, झारखंडी पहचान को मिला सम्मान
बुलेटिन इंडिया, संवाददाता।
रांची। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय का नाम बदलकर अब “वीर शहीद बुधु भगत विश्वविद्यालय” कर दिया गया है। इस फैसले के बाद विश्वविद्यालय परिसर में जश्न का माहौल देखने को मिला। ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) के नेतृत्व में छात्रों ने नारेबाजी की, पोस्टर लगाए और इसे ऐतिहासिक जीत बताया।
AISA कार्यकर्ताओं ने कहा कि यह बदलाव केवल नाम का नहीं, बल्कि एक लंबे जनआंदोलन की सफलता का प्रतीक है। संगठन के अनुसार, वर्षों से झारखंड के आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों को उचित सम्मान नहीं मिला। बुधु भगत जैसे वीर शहीद, जिन्होंने 1832 के आंदोलन में ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ाई लड़ी, लंबे समय तक उपेक्षित रहे।
छात्रों का कहना है कि “पूर्ववर्ती रघुवर सरकार द्वारा रांची कॉलेज को अपग्रेड कर श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय बनाया जाना राज्य के आदिवासी इतिहास के साथ अन्याय था। अब इस नाम परिवर्तन के जरिए झारखंड की आत्मा और उसकी ऐतिहासिक विरासत को पुनः स्थान मिला है।”
AISA ने इस निर्णय को छात्र-युवा संघर्ष, सामाजिक दबाव और जनता के व्यापक समर्थन की जीत बताया। संगठन ने कहा, “शहीदों का अपमान नहीं सहेंगे” अब केवल नारा नहीं, बल्कि सरकारी नीतियों में परिलक्षित होने वाला मूल्य बन चुका है।
AISA की राज्य इकाई ने गठबंधन सरकार को इस फैसले के लिए धन्यवाद दिया और संकल्प लिया कि वह आदिवासी इतिहास के सम्मान की लड़ाई को आगे भी मजबूती से जारी रखेगा।