बुलेटिन इंडिया, डेस्क।
बोकारो। शहर में चोरी की घटना आम बात है। आए दिन अखबारों में चोरी की घटना प्रकाशित होती है कि चोरों ने बंद आवास में चोरी की घटना को अंजाम दिया। घटना को लेकर पुलिस भी फाइलों का वजन बढ़ाते हुए मामला दर्ज कर केवल कोरम पूरा करती है। और फिर ना चोर का पता चलता है और ना हीं चोरी हुए सामानों का। क्योंकि मामला एक आम नागरिक से जुड़ा होता है। लेकिन यही मामला यदि किसी व्हाइट कालर वाले जुड़ा हो तो पुलिस विभाग के पसीने छूटने लगते हैं। ऐसा हीं एक मामला आया है बोकारो के सिटी थाना क्षेत्र से।

बोकारो उपायुक्त (डीसी) विजया जाधव के सरकारी बंगले में चोरी की वारदात सामने आई है। चोरों की हिम्मत की दाद देनी पड़ेगी। चोरों ने बंगले से 95,000 रुपये नकद के साथ लाखों रुपये के गहने और अन्य कीमती सामान पर हाथ साफ कर दिया।
घटना की शिकायत सिटी थाना में दर्ज कराई गई है। प्राथमिकी बंगले में तैनात होमगार्ड जवान सोनी के बयान पर दर्ज की गई है। मामले में घर में संविदा पर काम करने वाली एक महिला पर चोरी का संदेह जताया गया है।

सूत्रों के अनुसार, चोरी की जानकारी मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी। संदेह के दायरे में आई महिला से पूछताछ की जा रही है और चोरी गए सामान की बरामदगी के लिए विभिन्न स्तरों पर जांच की जा रही है।

पुलिस ने शुरू की जांच
घटना के बाद पुलिस ने बंगले में तैनात सुरक्षाकर्मियों और कर्मचारियों से भी पूछताछ शुरू कर दी है। बंगले के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है, जिससे चोरी में शामिल लोगों की पहचान की जा सके।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही मामले का खुलासा कर लिया जाएगा। फिलहाल, चोरी की इस घटना ने प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मचा दिया है। तथा शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है कि जब जिलाधिकारी का घर सुरक्षित नहीं है तो आम नागरिक के बारे में क्या बोला जाए।