बुलेटिन इंडिया।
पिण्ड्राजोरा से तीरथ सिंह चौधरी की खबर।
बोकारो। चास प्रखंड अन्तर्गत राधानगर पंचायत के दुधीमाटी गांव में मंगलवार सुबह एक तालाब के किनारे 54 वर्षीय ग्रामीण गोविन्द मांझी का शव मिलने से सनसनी फैल गई। प्रथम दृष्टया यह आशंका जताई जा रही है कि उनकी मौत आकाशीय बिजली (वज्रपात) की चपेट में आने से हुई है।
ग्रामीणों ने सुबह तालाब किनारे शव देखा तो तत्काल इसकी सूचना मृतक के परिजनों और पंचायत मुखिया स्वरूप दास को दी। मुखिया मौके पर पहुंचे और स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तत्काल बालीडीह थाना पुलिस के साथ ही धनबाद सांसद, प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) और अंचलाधिकारी (सीओ) को सूचित किया।
सूचना मिलते ही बालीडीह थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पुलिस को मृतक की पत्नी ने बताया कि गोविन्द मांझी सोमवार की दोपहर दो बजे घर से मछली पकड़ने के लिए जाल लेकर निकले थे, लेकिन रात तक वापस नहीं लौटे। परिवार और ग्रामीणों ने देर रात तक टॉर्च की मदद से संभावित स्थानों पर तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। मंगलवार सुबह उनका शव तालाब किनारे मिला।
शव के छाती और पेट पर जलने के निशान पाए गए हैं, जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि वे वज्रपात की चपेट में आ गए होंगे। मामले की जांच के लिए चास अंचल कार्यालय से हल्का कर्मचारी भी गांव पहुंचे।
अधिकारियों ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मृत्यु का कारण स्पष्ट हो पाएगा और आपदा प्रबंधन योजना के तहत मुआवजे पर निर्णय लिया जाएगा।
इधर घटना के बाद मृतक की पत्नी सहित पूरे परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है। गांव में शोक का माहौल व्याप्त है।