• प्रयागराज में दलित युवक की नृशंस हत्या के बाद शव जलाया गया, मायावती ने जताया दुख।
• पुलिस ने छह आरोपियों को हिरासत में लिया, फॉरेंसिक टीम कर रही जांच।
बुलेटिन इंडिया, डेस्क।
उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद (नया नाम प्रयागराज) जिले के करछना थाना क्षेत्र के इटौरा गांव में शनिवार देर रात एक दलित युवक की बेरहमी से हत्या कर उसका शव जलाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। रविवार सुबह युवक का अधजला शव पास के असौटा गांव के एक बाग में बरामद हुआ। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मृतक की पहचान 35 वर्षीय देवी शंकर के रूप में हुई है, जो कि इटौरा गांव का निवासी था। मृतक के पिता की तहरीर पर पुलिस ने सात लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज किया है। इनमें प्रमुख रूप से दिलीप सिंह, अजय सिंह, विनय सिंह, मनोज सिंह, सोनू सिंह सहित अन्य के नाम शामिल हैं। परिजनों ने आरोप लगाया है कि दिलीप सिंह ने देवी शंकर को गेहूं की ढुलाई के बहाने बुलाया और फिर उसकी हत्या कर दी गई।
सहायक पुलिस आयुक्त वरुण कुमार ने बताया कि पुलिस को रविवार सुबह सूचना मिली थी कि असौटा गांव के एक बाग में अधजला शव पड़ा है। मौके पर पहुंची टीम ने शव की पहचान देवी शंकर के रूप में की और फौरन फॉरेंसिक टीम को बुलाकर घटनास्थल से साक्ष्य एकत्रित किए गए।
पुलिस उपायुक्त (यमुना नगर) विवेक चंद्र यादव ने बताया कि प्रारंभिक जांच से प्रतीत होता है कि युवक की हत्या करने के बाद शव को जलाने का प्रयास किया गया। उन्होंने बताया कि घटना में शामिल होने के संदेह में छह लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है, जबकि सातों आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
इस नृशंस घटना को लेकर राजनीतिक प्रतिक्रिया भी सामने आई है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, *”सामंती तत्वों द्वारा एक दलित की गई हत्या की घटना अति-दुखद और चिंतनीय है। प्रदेश में बेलगाम हो रहे ऐसे आपराधिक, असमाजिक व सामंती तत्वों के खिलाफ सरकार ज़रूर सख्त कार्रवाई करके कानून के राज को कायम करे।”*
उन्होंने आगे कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के अपमान की घटनाएं भी अत्यंत गंभीर हैं और इन पर सरकार को कठोर रुख अपनाना चाहिए। उन्होंने मांग की कि समाज में तनाव और हिंसा फैलाने वाले तत्वों के विरुद्ध सरकार सख्त कार्रवाई करे ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। ग्रामीणों में घटना को लेकर रोष व्याप्त है और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की जा रही है।