बुलेटिन इंडिया, डेस्क।

रांची/बोकारो। बोकारो जिले के चास अंचल अंतर्गत तेतुलिया वन भूमि घोटाले की जांच तेज़ हो गई है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को इस मामले में रांची और बोकारो में एक साथ कई ठिकानों पर छापेमारी की। ईडी की यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग और सरकारी जमीन की अवैध खरीद-बिक्री के संदर्भ में की जा रही है।

 

ईडी का फोकस बोकारो पर, सरकारी दफ्तरों में छापेमारी

सूत्रों के अनुसार, सबसे ज्यादा छापेमारी बोकारो में हो रही है। ईडी की टीमों ने बोकारो एसी कार्यालय, चास अंचल कार्यालय (सीओ), जिला रजिस्ट्रार कार्यालय और डीएफओ कार्यालय में दस्तावेज़ों की गहन जांच की। यह छापेमारी वन भूमि के अवैध हस्तांतरण और उससे जुड़े वित्तीय लेन-देन को लेकर की जा रही है।

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पूर्व और वर्तमान अधिकारी ईडी के घेरे में

ईडी की कार्रवाई में चास के वर्तमान अंचलाधिकारी के अलावा पूर्व सीओ निर्मल टोप्पो के चीरा चास स्थित फार्महाउस, पूर्व सीओ दिवाकर चंद्र द्विवेदी के आवास तथा बोकारो के पूर्व रजिस्ट्रार के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई है। ईडी को संदेह है कि इन अधिकारियों की भूमिका भूमि हस्तांतरण में संदिग्ध रही है।

 

कई बड़े नाम आ सकते हैं सामने

सूत्रों की मानें तो यह कार्रवाई महज शुरुआत है। आने वाले दिनों में इस मामले से जुड़े कई अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के नाम भी सामने आ सकते हैं, जो जांच एजेंसियों की रडार पर हैं।

 

क्या है पूरा मामला?

यह मामला बोकारो जिले के तेतुलिया मौजा में स्थित लगभग 100 एकड़ वन भूमि से जुड़ा है, जिसे भू-माफियाओं ने सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध रूप से अपने नाम करवाया। इस संबंध में बोकारो वन प्रमंडल के प्रभारी वनपाल सह वनरक्षी रुद्र प्रताप सिंह की शिकायत पर 18 मार्च 2024 को सेक्टर-12 थाना में भारतीय दंड संहिता की धारा 406, 420, 467 सहित वन अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। वर्तमान में इस मामले की जांच राज्य सीआईडी कर रही है, जो झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता के निर्देश पर की जा रही है।

 

रांची में भी ईडी की कार्रवाई, कई कारोबारी जांच के घेरे में

बोकारो के साथ-साथ रांची में भी ईडी ने लालपुर सहित कई इलाकों में छापेमारी की है। इस कार्रवाई के तहत व्यापारी विमल अग्रवाल और पुनीत अग्रवाल के ठिकानों की तलाशी ली गई। दोनों राजवीर कंस्ट्रक्शन से जुड़े हुए हैं और पूर्व में जीएसटी घोटाले में भी इन पर कार्रवाई हो चुकी है। यह दोनों बाबा बैद्यनाथ मेडिकल ट्रस्ट से भी जुड़े हुए हैं।

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अन्य गांवों में भी जमीन घोटाले की आशंका

तेतुलिया के अलावा चास अंचल के बांधगोड़ा, नारायणपुर और कमलडीह मौजा में भी वन भूमि और गैर मजरूआ जमीन की अवैध खरीद-बिक्री की जानकारी सामने आ रही है। एक सामाजिक कार्यकर्ता ने बताबढ़ेगी, और भी चौंकाने वाले खुलासे होने की संभावना है।

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