बुलेटिन इंडिया, संवाददाता।
बोकारो। बोकारो के सेक्टर-12 निवासी वरिष्ठ अधिवक्ता विश्वनाथ प्रसाद सिंह (68 वर्ष) का आज तड़के निधन हो गया। वे लंबे समय से असाध्य बीमारी से पीड़ित थे। उनके निधन की खबर से अधिवक्ता समुदाय में शोक व्यक्त की।

आज गरगा श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया, जिसमें परिजनों व करीबी लोगों ने उन्हें नम आंखों से विदाई दी। स्व. सिंह वर्ष 1999 से बोकारो सिविल कोर्ट में वकालत कर रहे थे। वे अपने पीछे पत्नी, एक पुत्र और दो पुत्रियां छोड़ गए हैं।

उनकी स्मृति में इंडियन एसोसिएशन ऑफ लॉयर्स द्वारा आज बोकारो सिविल कोर्ट परिसर में एक शोक सभा का आयोजन किया गया। सभा में उपस्थित अधिवक्ताओं ने स्व. सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। एसोसिएशन के नेशनल काउंसिल मेंबर अधिवक्ता रणजीत गिरि ने बताया कि अधिवक्ताओं ने दिवंगत साथी के सम्मान में न्यायिक कार्य से स्वयं को अलग रखा।

शोक सभा में अधिवक्ता रंजन कुमार मिश्रा, फटीक चंद्र सिंह, संजय कुमार प्रसाद, अतुल कुमार, अशोक कुमार महथा, नरेश महतो, शंकर दे, धुर्वेश्वर मंडल, राणा प्रताप शर्मा, संजीत महतो, विष्णु चरण महाराज, नीतीश नंदी, राजेश कुमार, अंकित ओझा, प्रेरणा पांडेय, जितेंद्र कुमार, अंजनी चौधरी, विजय कुमार, ओम प्रकाश लाल, चंदन कुमार, कृष्ण देव प्रसाद, विकास कुमार, राज श्री, दीपिका सिंह, संजीत कुमार सिंह, सुमन वर्मा, विकास प्रजापति, मो. हसनैन आलम, वंशिका सहाय, दीप्ति सिंह, रीना कुमारी, अरूप चक्रवर्ती, इंद्रनील चैटर्जी, सुभाष चक्रवर्ती समेत अन्य अधिवक्ता उपस्थित रहे।

अधिवक्ताओं ने उनके योगदान को याद करते हुए कहा कि स्व. सिंह ने हमेशा न्याय के सिद्धांतों का पालन किया और अपने सहयोगियों के प्रति सहयोगी भावना रखी। उनके निधन को अधिवक्ता समाज के लिए अपूरणीय क्षति बताया गया।