बुलेटिन इंडिया, संवाददाता।
बोकारो। संयुक्त आदिवासी परिवार बोकारो झारखंड की ओर से विश्व आदिवासी दिवस 2025 के उपलक्ष्य में आज दिशोम गुरु शिबू सोरेन की स्मृति में मौन जुलूस निकाला गया। जुलूस सुबह 9:30 बजे सेक्टर-4 स्थित दिशोम जाहेर गढ़ से प्रारंभ होकर 10:30 बजे बिरसा मुंडा चौक, नया मोड़ पहुंचा, जहां यह सभा में परिवर्तित हो गया।
सभा स्थल पर भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया तथा दिवंगत दिशोम गुरु शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन भी रखा गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बोकारो इस्पात संयंत्र के निर्देशक प्रभारी बीरेन्द्र कुमार तिवारी उपस्थित हुए। उन्होंने गुरुजी एवं भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए विश्व आदिवासी दिवस के महत्व तथा गुरुजी के जीवन संघर्ष और आदिवासी समाज के लिए उनके योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला।
विशिष्ट अतिथि के रूप में ईडी (मानव संसाधन) सुश्री राजश्री बनर्जी, ईडी (वित्त) रंगानी, मुख्य महाप्रबंधक (टीए) कुंदन कुमार, मुख्य महाप्रबंधक लक्ष्मीकांत दास, महाप्रबंधक जितेन हांसदा, महाप्रबंधक जोन तपन कोनगाड़ी, संपर्क अधिकारी शिप्रा हेम्ब्रम और सामाजिक अगुवा योगों पूर्ति मौजूद रहे। सभी ने संयुक्त रूप से गुरुजी और भगवान बिरसा मुंडा के संघर्ष, आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा के प्रयास और उनके जीवन से प्रेरणा लेने पर जोर दिया।
कार्यक्रम को रबीन्द्रनाथ हांसदा, पवन उरांव और विल्सन कोनगाड़ी ने भी संबोधित किया। उन्होंने विश्व आदिवासी दिवस की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए दिशोम गुरु और भगवान बिरसा मुंडा को आदिवासी अस्मिता के प्रतीक बताया।
इस मौके पर महावीर मरांडी, काली मांझी, प्रवीण किस्कू, पवन उरांव, विनय उरांव, अमन बास्की, मनोहर तिर्की, जय मंगल उरांव, अजय मरांडी, संजय उरांव, कृष्णा सोरेन, सुरेश मुर्मू, लक्ष्मण मुर्मू, कुलदीप तिर्की, विनोद उरांव, जगन्नाथ मुर्मू, राकेश कुमार, जे.सी. मिंज, दुर्गा मांझी सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।