• उपयोग की गई सुइयां और दवाइयां फेंकी गई थीं खुले में, सुधार की दी गई हिदायत
बुलेटिन इंडिया, संवाददाता।
बोकारो। बोकारो जिले के पशु चिकित्सा विभाग में गंभीर लापरवाही का मामला प्रकाश में आया है, जहां उपयोग की गई सुइयां (नीडल्स) और अन्य दवाइयों को खुले में फेंक दिया गया। यह घटना न सिर्फ पर्यावरणीय सुरक्षा के लिए खतरा है, बल्कि आम नागरिकों व पशुओं के स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती थी।
घटना का खुलासा उस समय हुआ जब बुलेटिन इंडिया के संवाददाता ने विभागीय परिसर में बेतरतीब ढंग से फेंकी गई चिकित्सा सामग्री को देखा। इस संबंध में जब चिकित्सा प्रभारी से पूछताछ की गई तो उन्होंने अपनी गलती को स्वीकार करते हुए इसे एक गंभीर चूक बताया।
प्रभारी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए चिकित्सा केंद्र के वार्ड बॉय को निर्देश दिया कि सभी उपयोग की गई सुइयों और दवाइयों को एक गड्ढे में एकत्र कर सुरक्षित तरीके से जलाया जाए, ताकि इससे होने वाले किसी भी संभावित संक्रमण या खतरे से बचा जा सके।
इस लापरवाही के सामने आने के बाद यह सवाल उठता है कि क्या चिकित्सा विभाग अपने कर्तव्यों के निर्वहन में सजग है? ऐसे मामलों में जवाबदेही तय करना आवश्यक है, जिससे भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
स्थानीय नागरिकों ने भी इस घटना पर नाराज़गी जताई है और विभाग से आग्रह किया है कि जैविक कचरे के निस्तारण की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।