भूदान आंदोलन के प्रनेता आचार्य विनोबा द्वारा गठित सर्व सेवा संघ का राष्ट्रीय अधिवेशन पठानकोट में सम्पन्न

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महावीर कुमार की खबर।

पठानकोट। भूदान आंदोलन के प्रनेता आचार्य विनोबा द्वारा गठित गांधी विचारधारा का राष्ट्रीय संगठन सर्व सेवा संघ (अखिल भारत सर्वोदय मंडल) का 90वां दो दिवसीय अधिवेशन आचार्य विनोबा भावे की जयंती पर 12 सितम्बर को प्रस्थान आश्रम, पंजाब के पठानकोट में हषोल्लास व राष्ट्रीय अध्यक्ष के सर्वसम्मति से चयन के साथ सम्पन्न हुआ। अधिवेशन का उद्घाटन गांधी, विनोबा, जयप्रकाश के चित्र पर माल्यार्पण कर अतिथियों ने किया। प्रस्थान आश्रण के मंत्री कीर्ति मित्तल के नेतृत्व में अतिथियों का स्वागत तिलक लगाकर किया गया।

वक्ताओं ने कहा कि सर्व सेवा संघ गांधी विचार का राष्ट्रीय संगठन है। इसकी स्थापना मार्च 1948 में देशरत्न डॉ.राजेन्द्र प्रसाद की अध्यक्षता, आचार्य विनोबा, लोकनायक जयप्रकाश नारायण, आचार्य कृपलानी, पंडित जवाहरलाल नेहरु, डॉ. ज़ाकिर हुसैन, संत तुकड़ोजी महाराज आदि राष्ट्रीय नेताओं की उपस्थिति में हुए सम्मेलन के हुआ है। तब से लेकर हम गांधी, विनोबा जयप्रकाश के मूल्यों के प्रचार-प्रसार ,भूदान, ग्रामदान, प्राकृतिक चिकित्सा, जल -जंगल-जमीन की रक्षा, स्वदेशी, नई तालीम, जैविक कृषि, सांप्रदायिक सद्भाव, भाईचारा, सत्य, अहिंसा आदि को लेकर क्षेत्र में सक्रिय हैं।
आज देश जब एक विषम परिस्थिति से गुजर रहा है, मणिपुर जल रहा है और इस्राइल -फिलिस्तीन संघर्ष ने दुनिया को विश्व युद्ध के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है, गांधी के विचारों पर हमले हो रहे हैं,आज देश का हर तबका राजनीतिक अस्थिरता से पैदा हुए हालातों से परेशान है, ऐसे में इस अधिवेशन का विशेष महत्व है।

पंजाब का है विशेष योगदान

सर्वोदय आंदोलन के एतिहासिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए वक्ताओं ने कहा कि इसमें पंजाब का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। आचार्य विनोबा भावे के आह्वान पर पंजाब की जनता ने भूमिहीनों के लिए 5168 एकड़ जमीन दान दी। यहां खादी के उत्पादन और प्रशिक्षण के भी उल्लेखनीय कार्य हुए हैं। आचार्य विनोबा द्वारा स्थापित 6 आश्रमों में से एक ‘प्रस्थान आश्रम’ पठानकोट में है। इसकी स्थापना 1959 में हुई। गांधी वादी सत्यम भाई तथा यशपाल मित्तल ने आश्रम के कार्यों को आगे बढ़ाया और पूरे पंजाब में सद्भावना और शांति की अलख जगाते रहे। पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. गोपीचंद भार्गव, भीमसेन सच्चर और कॉमरेड रामकिशन का सर्वोदय आंदोलन के साथ अभिन्न संबंध थे। उन्होंने खादी को आगे बढ़ाने तथा सर्वोदय केन्द्रों की स्थापना के लिए एक स्वयंसेवक की तरह काम किया। वक्ताओं ने कहा कि इस अधिवेशन से देश के कई क्षेत्रों को मार्गदशन मिलेगा और बापू, विनोबा, जयप्रकाश के रास्ते कोई हल निकलेगा। संचालन आचार्य विनोद स्वरुप ने किया।

चुनौतियों का करेंगें सामना

अधिवेशन में सर्वसम्मति से जेपी आन्दोलन के सक्रिय कार्यकर्ता, गांधीवादी नेता डॉ आदित्य पटनायक को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया। उन्होंने ने सबों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मैं आपके विश्वास और स्नेह के लिए आभारी हूं। चुनौतियाँ कई हैं और मुझे यकीन है कि हम सामूहिक रूप से इसका समाधान करेंगे और राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर अपने संगठन को मजबूत करेंगे। इसका संरचनात्मक ढांचा जल्द विकसित किया जाएगा ।
अधिवेशन को महात्मा गांधी के सेवाग्राम आश्रम के अध्यक्ष तथा महाराष्ट्र भूदान बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष आबा काम्बले, सर्वोदय समाज के संयोजक तथा कांगड़ा बैंक के पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मीदास, सर्व सेवा संघ के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष वी अरविंद रेड्डी, विदर्भ भूदान बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वेरुलकर गुरुजी, डा मो आरिफ, निष्ठा मित्तल, डा आनंद किशोर, विभिन्न प्रदेश व जिला सर्वोदय मंडलों के अध्यक्ष, संयोजक, लोकसेवक, सर्वोदय मित्र, गांधी प्रेमी अहमदिया समाज के लोगों आदि ने संबोधित किया। अध्यक्षता वेरूलकर गुरु जी व संचालन आचार्य विनोद स्वरूप ने किया। इस अवसर पर संत विनोबा के जीवन दर्शन पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें कालेज के छात्र छात्राएं शामिल हुईं। पिछले पूरी अधिवेशन व साल भर के कार्य का प्रतिवेदन डा आनंद किशोर ने प्रस्तुत किया साथ ही दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी गई। अधिवेशन में देश के 14 राज्यों से 150 से अधिक सर्व सेवा संघ के लोक सेवक, सर्वोदय मित्र, कार्यकर्ता, प्रतिनिधि आदि शामिल थे। बोकारो झारखंड से लोक सेवक मनोज भारतीय, महावीर कुमार, डाॅ विश्वनाथ आजाद शामिल थे।

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