बुलेटिन इंडिया, संवाददाता।
बोकारो। ट्रेड यूनियन संयुक्त मोर्चा, बोकारो के आह्वान पर आज सेक्टर-2 कला केन्द्र में एक विशाल मजदूर कन्वेंशन का आयोजन किया गया। यह कन्वेंशन आगामी 20 मई को होने वाली देशव्यापी मजदूर हड़ताल के समर्थन में आयोजित किया गया, जिसमें सैकड़ों मजदूरों ने भाग लिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सात सदस्यीय अध्यक्ष मंडली ने की, जबकि संचालन आर. के. गोरांई ने किया। कन्वेंशन को संबोधित करते हुए ट्रेड यूनियन नेताओं ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला और कहा कि मोदी सरकार कॉरपोरेट हितों को साधने के लिए श्रमिकों के अधिकारों का दमन कर रही है।
वक्ताओं ने चार श्रम संहिताओं (Labour Codes) को मजदूर विरोधी करार देते हुए कहा कि इन संहिताओं के तहत मजदूरों की परिभाषाओं में इस तरह बदलाव किया गया है कि बड़ी संख्या में श्रमिकों को इन कानूनों से बाहर रखा जा सके। इसके अलावा नियोक्ताओं के लिए सुरक्षा, कल्याण, स्वास्थ्य आदि से जुड़ी जिम्मेदारियों से बचने का रास्ता साफ किया गया है। कार्यस्थलों पर श्रम निरीक्षण की व्यवस्था समाप्त करने की बात कहते हुए उन्होंने इसे श्रमिकों के अधिकारों पर हमला बताया।
नेताओं ने यह भी कहा कि काम के घंटे, ओवरटाइम और साप्ताहिक अवकाश जैसे मुद्दों को राज्य सरकारों के हवाले कर देने से मजदूरों के अधिकार और अधिक खतरे में पड़ जाएंगे।
कन्वेंशन में निम्नलिखित प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किए गए:
1. 20 मई की देशव्यापी हड़ताल को सफल बनाने के लिए बोकारो स्टील प्लांट के मजदूर एकजुट रहेंगे।
2. मजदूर विरोधी चार श्रम संहिताओं के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा।
3. सेल में लंबित वेज रिवीजन को शीघ्र पूरा कर बकाया एरियर का भुगतान किया जाए।
4. बोकारो स्टील प्लांट में ठेका मजदूरों के शोषण के खिलाफ आंदोलन को तेज किया जाएगा।
कन्वेंशन को एटक के रामाश्रय प्रसाद सिंह, सीटू के बी. डी. प्रसाद, इंटक के बी. एन. उपाध्याय, एआईयूटीयूसी के मोहन चौधरी, एक्टू के देवदीप सिंह दिवाकर, किम्स-एचएमएस के रमेश राय और बोकारो कर्मचारी पंचायत के आर. के. वर्मा सहित कई अन्य नेताओं ने संबोधित किया।
अपने वक्तव्यों में सभी नेताओं ने श्रमिक एकता और संघर्ष को तेज करने का आह्वान किया। कन्वेंशन में सत्येन्द्र कुमार, आर. एन. सिंह, भूवनेश्वर केवट, सुभाष प्रमाणिक, बलिन्दर राम, आर. शर्मा, प्राण सिंह, हरिपद महतो और सन्नी कुमार ने भी विचार रखे।
कार्यक्रम में सैकड़ों मजदूरों की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट संदेश गया कि आने वाली 20 मई की हड़ताल को सफल बनाने के लिए बोकारो पूरी तरह तैयार है।