बुलेटिन इंडिया, संवाददाता रामगढ़।
रामगढ़। रामगढ़ जिले के कुजू क्षेत्र स्थित करमा कोलियरी की ओपन कास्ट खदान में शनिवार को हुई दर्दनाक घटना के बाद मृतकों के परिजनों को आखिरकार इंसाफ मिल गया। इस हादसे में चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी, जिसके बाद आक्रोशित परिजन एवं ग्रामीणों ने शव को करमा परियोजना कार्यालय के समक्ष रखकर न्याय की मांग को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया।
लंबी जद्दोजहद और देर रात तक चले वार्ता के बाद प्रशासन और सीसीएल प्रबंधन के साथ एक समझौता हुआ। वार्ता रामगढ़ अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीएम) की उपस्थिति में हुई। समझौते के तहत सभी मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने और करमा कोलियरी में संचालित होने वाली आउटसोर्सिंग कंपनी में एक-एक परिजन को योग्यता के आधार पर वैकल्पिक रोजगार देने का आश्वासन दिया गया।
इस वार्ता में सीसीएल की ओर से प्रबंधक (कार्मिक) अविनाश कुमार श्रीवास्तव, कुजू क्षेत्र के महाप्रबंधक राजीव कुमार सिन्हा एवं परियोजना पदाधिकारी रामेश्वर मुंडा शामिल हुए। वहीं सामाजिक और राजनीतिक प्रतिनिधियों में जिला सांसद प्रतिनिधि राजीव जायसवाल, जेएलकेएम नेता बिहारी महतो, रवि महतो, रूपा महतो, पनेश्वर कुमार, राजू बेदिया, झामुमो नेता मोहनलाल महतो, मो. मुस्लिम अंसारी, अजय करमाली, गुलशन करमाली, बुधन मांझी, मोहम्मद मुमताज सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
घटना के बाद प्रशासन और प्रबंधन पर सवाल उठे थे, लेकिन त्वरित पहल और समझौते से स्थिति नियंत्रण में आई। परिजनों ने प्रशासन द्वारा दिए गए आश्वासन को स्वीकार करते हुए शवों का अंतिम संस्कार किया।
इस हृदयविदारक घटना ने एक बार फिर खदानों में सुरक्षा उपायों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों और समाजसेवियों ने मांग की है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए ठोस सुरक्षा उपाय सुनिश्चित किए जाएं।