Bulletin India. Hazaribagh.
हजारीबाग जिले के चौपारण थाना क्षेत्र में स्थित दनुआ घाटी, जिसे पहले से ही “मौत की घाटी” के नाम से जाना जाता है, आज एक और भीषण हादसे का गवाह बनी। रविवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे एक टेम्पू, जो पैसेंजर्स से भरी हुई थी, पीछे से एक तेज़ रफ़्तार कंटेनर से टकरा गई, जिससे टेम्पू 30 फीट गहरी खाई में गिर गई। इस हादसे में एक 8 साल की बच्ची, जिसका नाम नैंसी बताया गया है, की दर्दनाक मौत हो गई।
टेम्पू में सवार यात्री झारखंड के चतरा जिले के तूलबुल इलाके के रहने वाले थे और बिहार के शोभ में एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे। दुर्घटना के तुरंत बाद एक के बाद एक 6 अन्य गाड़ियां भी आपस में टकरा गईं, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई।
इस दुर्घटना में 11 महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गईं। सभी घायलों को तत्काल पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से 6 को उनकी गंभीर हालत देखते हुए रेफर कर दिया गया।
दनुआ घाटी: हादसों का अड्डा
दनुआ घाटी में हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। खराब सड़कों और खतरनाक मोड़ों के कारण यहां लगातार दुर्घटनाएं होती रहती हैं। घाटी के करीब 11 किलोमीटर लंबे हिस्से में सड़क की हालत बेहद खराब है, जो आए दिन हादसों की वजह बन रही है। पिछले कुछ महीनों में कई जानें जा चुकी हैं और कई परिवार उजड़ चुके हैं।
स्थानीय लोग और राहगीर प्रशासन से सड़क की मरम्मत और सुरक्षा उपायों की मांग कर रहे हैं, ताकि इन दर्दनाक हादसों पर रोक लगाई जा सके।