- पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने “घंटा बजाओ सरकार जगाओ” कार्यक्रम के तहत छोटानागरा,में चलाया जनसंपर्क अभियान।
- वनों पर निर्भर लोगों को उनका अधिकार वन पट्टा कब मिलेगा : मधुकोड़ा।
रिपोर्ट : सिद्धार्थ पांडेय, चाईबासा (पश्चिम सिंहभूम)।
पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने “घंटा बजाओ सरकार जगाओ” कार्यक्रम के तहत पश्चिम सिंहभूम जिले के छोटानागरा में जनसंपर्क अभियान चलाया और हेमंत सोरेन सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने हेमंत सरकार से सवाल किया कि वनों पर निर्भर लोगों को उनके अधिकार का वन पट्टा कब मिलेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि हेमंत सोरेन सरकार ने वन अधिकारों के तहत दिए जाने वाले वन पट्टों के वादे को पूरा नहीं किया है और इस संबंध में अक्टूबर 2023 से मिशन मोड में कार्य करने के वादे को भी पूरा नहीं किया है।
मधु कोड़ा ने यह भी कहा कि राज्य सरकार की उदासीनता और गैर-जिम्मेदाराना नीतियों के कारण 2012-14 से दर्जनों लौह अयस्क खदानें बंद पड़ी हैं, जिसके कारण क्षेत्र के आदिवासी और मूलवासी रोजगार के अभाव में पलायन करने को मजबूर हैं। उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा के मुखिया हेमंत सोरेन पर आरोप लगाया कि वे केवल चुनाव के समय आदिवासियों का हितैषी बनने का ढोंग करते हैं और जनता से किए वादों को पूरा नहीं करते।
मधु कोड़ा ने इस जनसंपर्क अभियान के दौरान स्थानीय लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया और बंद पड़ी खदानों को पुनः चालू करने एवं वन पट्टा की मांग के लिए आवाज उठाई। इस कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए। जिनमें प्रमुख रूप से जोजोगुटू मुंडा, कानू राम देवगम, लादूरा मंकी, मानसिंह चम्पीया, मंगल कुम्हार, सुसन गोप, प्रकाश गोप, पंकज कुमार दास, राजेश सांडिल, मंगल मुंडरी, और वीरेंद्र साहू शामिल थे।