Bulletin India, Correspondent.
रांची। भगवान बिरसा जैविक उद्यान, ओरमांझी की आकर्षण बनी मादा जिराफ ‘मिस्टी’ की बुधवार रात अचानक मौत हो गई। छह वर्षीय और करीब 12 फीट ऊंची यह जिराफ मात्र 28 दिन पहले ही कोलकाता के अलीपुर प्राणी उद्यान से वन्यजीव आदान-प्रदान कार्यक्रम के तहत रांची लाई गई थी। उसकी असमय मौत से चिड़ियाघर प्रशासन और पशु प्रेमियों में गहरा शोक व्याप्त है।
सूत्रों के अनुसार, मिस्टी पिंजरे में मौजूद किसी वस्तु से टकराकर घायल हो गई थी, जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ गई और वह गिर पड़ी। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है। उद्यान प्रशासन का कहना है कि असली मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा।
गौरतलब है कि मिस्टी का आगमन 7 अगस्त को हुआ था। उसके लिए विशेष रूप से 14 फीट ऊंचा बाड़ा तैयार किया गया था। कोलकाता से ओरमांझी तक लगभग 24 घंटे की लंबी यात्रा के बाद उसका भव्य स्वागत किया गया था, जिसमें प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) परितोष उपाध्याय सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मिस्टी उत्तरी जिराफ प्रजाति की थी, जो मुख्य रूप से अफ्रीका के पूर्वी और मध्य क्षेत्रों जैसे केन्या, दक्षिण सूडान, चाड और नाइजर में पाई जाती है। उद्यान आने वाले पर्यटकों और बच्चों के बीच वह तेजी से लोकप्रिय हो गई थी। उसकी अचानक मौत ने जैविक उद्यान परिवार को गहरा आघात पहुंचाया है।