दो राज्यों की पुलिस को चुनौती देने वाला गिरोह गिरफ्तार, 55 आपराधिक कांडों का आरोपी सरगना सलाखों के पीछे
Bulletin India, Correspondent.
बोकारो। झारखंड और पश्चिम बंगाल की पुलिस को लंबे समय से परेशान कर रहा कुख्यात अपराधी राजू अंसारी उर्फ़ मछली अंसारी आखिरकार बोकारो पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस ने गैंग के सरगना सहित 05 अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस गिरोह पर गृहभेदन और चोरी के 55 से अधिक आपराधिक कांड दर्ज हैं।
⇒ गिरोह का नेटवर्क और आतंक
मछली अंसारी गिरोह झारखंड के धनबाद और बोकारो जिले के साथ-साथ पश्चिम बंगाल के पुरुलिया और वर्धमान जिलों में सक्रिय था। बालीडीह, चन्द्रपुरा, गोमिया, बीटीपीएस और दुग्दा थाना क्षेत्र में इस गिरोह ने कई बड़ी वारदातों को अंजाम दिया था। लगातार बढ़ती घटनाओं से स्थानीय लोग भयभीत थे।
⇒ पुलिस की रणनीति और कार्रवाई
एसपी बोकारो हरविंदर सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि गत 26 जुलाई को बालीडीह थाना क्षेत्र के रेलवे कॉलोनी में हुई चोरी (कांड संख्या-238/25) और 02-03 अगस्त को गोमिया के स्वांग कॉलोनी में हुई चोरी (कांड संख्या-76/25 और 77/25) के बाद विशेष अनुसंधान टीम गठित की गई।
DSP हेडक्वार्टर और बेरमो SDPO के नेतृत्व में गठित टीम ने करीब एक दर्जन चोरी के मामलों का पर्दाफाश किया और पाँचों अपराधियों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार अपराधियों के पास से पुलिस ने लगभग 03 लाख रुपये नकद, जेवरात और चोरी में प्रयुक्त सामान बरामद किए।
⇒ गिरफ्तार अपराधियों का ब्योरा
- राजू अंसारी उर्फ़ मछली अंसारी : सरगना, निवासी जोरापोखर, 55 मामले दर्ज।
- फैयाज अंसारी : जोरापोखर निवासी, 25 आपराधिक मामले दर्ज।
- आबिद अंसारी : जोरापोखर निवासी, 19 मामले दर्ज।
- राहुल वर्मा : निवासी जोरापोखर, अब तक कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं।
- रवि रंगराय शिंदे : निवासी झरिया थाना क्षेत्र, पूर्व आपराधिक रिकॉर्ड नहीं।
⇒ गिरोह का इकबालिया बयान
पूछताछ में मछली अंसारी ने स्वीकार किया कि उसके गिरोह ने धनबाद, बोकारो, पुरुलिया और वर्धमान जिलों में कई गृहभेदन की घटनाओं को अंजाम दिया है। पुलिस ने बताया कि गिरोह का नेटवर्क बड़ा था और कई जिलों में फैला हुआ था।