⇒ उद्योग में सुरक्षा मानकों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई के संकेत, जांच के लिए एसडीएम को 72 घंटे की समयसीमा

बुलेटिन इंडिया, बोकारो संवाददाता।

बोकारो। बोकारो जिले के बालीडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत स्थित शिवप्रिया इस्पात उद्योग में रविवार सुबह ब्लास्ट फर्नेस में हुए जोरदार विस्फोट से दो श्रमिक गंभीर रूप से झुलस गए। घायलों की पहचान लखन टुडू एवं अखिल कुमार के रूप में हुई है, जिन्हें त्वरित कार्रवाई करते हुए बोकारो जनरल अस्पताल (BGH) में भर्ती कराया गया। दोनों की हालत गंभीर बनी हुई है और वे चिकित्सकीय निगरानी में हैं।

 

घटना की सूचना मिलते ही उपायुक्त अजय नाथ झा स्वयं BGH पहुंचे। उन्होंने घायल श्रमिकों से मुलाकात कर उनकी स्थिति का जायजा लिया तथा अस्पताल प्रबंधन से इलाज की अद्यतन जानकारी प्राप्त की। उपायुक्त ने चिकित्सा टीम को निर्देश दिया कि घायलों के इलाज में किसी प्रकार की कोताही न बरती जाए और उन्हें सर्वोत्तम उपचार उपलब्ध कराया जाए।

⇒”घायल श्रमिकों का इलाज प्रशासन की प्राथमिकता” – उपायुक्त

मीडिया से बात करते हुए उपायुक्त ने कहा कि “प्रशासन की पहली प्राथमिकता घायल श्रमिकों का समुचित इलाज सुनिश्चित करना है। जिला प्रशासन हरसंभव सहायता प्रदान करेगा।”

उन्होंने यह भी स्पष्ट निर्देश दिया कि शिवप्रिया इस्पात उद्योग प्रबंधन घायल दोनों श्रमिकों के स्वस्थ होने तक उनके परिजनों को प्रतिमाह मानदेय का भुगतान जारी रखें। उपायुक्त ने कहा, “यह श्रमिकों का अधिकार है और प्रशासन इसकी निगरानी करेगा।”

 

⇒ 72 घंटे में जांच रिपोर्ट का आदेश, करखाना निरीक्षक का वेतन स्थगित

उपायुक्त ने इस घटना को गंभीर औद्योगिक लापरवाही बताते हुए इसकी विस्तृत जांच के निर्देश दिए हैं। चास एसडीएम सुश्री प्रांजल ढांडा को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है और उन्हें 72 घंटे के भीतर रिपोर्ट समर्पित करने का निर्देश दिया गया है।

घटना के समय करखाना निरीक्षक की अनुपस्थिति पर उपायुक्त ने नाराजगी जताते हुए तत्काल प्रभाव से उनका वेतन स्थगित करने और जिला मुख्यालय में रिपोर्ट करने का निर्देश दिया।

 

⇒ सुरक्षा मानकों का उल्लंघन नहीं होगा बर्दाश्त

उपायुक्त ने जिले की सभी औद्योगिक इकाइयों को चेतावनी दी कि औद्योगिक सुरक्षा मानकों और एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि, “सभी इकाइयों को पहले सुरक्षा संबंधी प्रमाणपत्र प्राप्त करना होगा, तभी संचालन की अनुमति दी जाएगी।”

 

उन्होंने आगे कहा कि सुरक्षा के लिए फैक्ट्री में नियमित सेफ्टी ऑडिट, उपकरणों की जांच, प्रशिक्षित कर्मियों की नियुक्ति और आपातकालीन व्यवस्थाएं अनिवार्य हैं।

 

⇒ उपायुक्त के साथ कई पदाधिकारी रहे मौजूद

BGH में निरीक्षण के दौरान एसडीएम चास सुश्री प्रांजल ढांडा, बियाडा के क्षेत्रीय उप निदेशक मनोज कुमार, श्रम अधीक्षक रंजीत कुमार, चास अंचलाधिकारी दिवाकर दूबे समेत शिवप्रिया इस्पात उद्योग के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।

 

⇒ इंगट उत्पादन के दौरान हुआ विस्फोट

प्राप्त जानकारी के अनुसार, शिवप्रिया इस्पात उद्योग में इगनोट (इंगट) उत्पादन प्रक्रिया के दौरान तकनीकी गड़बड़ी या लापरवाही के कारण ब्लास्ट फर्नेस में विस्फोट हो गया, जिससे दोनों श्रमिक झुलस गए। घटना के तुरंत बाद उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया।

 

इस घटना ने एक बार फिर औद्योगिक इकाइयों में सुरक्षा व्यवस्था की कमजोरियों को उजागर कर दिया है। अब देखना होगा कि प्रशासन की सख्ती के बाद जिले की अन्य औद्योगिक इकाइयां सुरक्षा मानकों के पालन को कितना गंभीरता से लेती हैं।

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