बुलेटिन इंडिया, संवाददाता।
बोकारो। वेदांता लिमिटेड की सहायक कंपनी ईएसएल स्टील लिमिटेड ने विश्व पर्यावरण दिवस 2025 के अवसर पर एक सप्ताह तक चलने वाले विशेष आयोजनों के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण और प्लास्टिक प्रदूषण की रोकथाम का संदेश दिया। इस अभियान का उद्देश्य था-“प्लास्टिक प्रदूषण को हराना और टिकाऊ भविष्य की ओर बढ़ना।”
इस जागरूकता सप्ताह के दौरान 400 से अधिक कर्मचारियों और व्यावसायिक भागीदारों ने विभिन्न गतिविधियों में भाग लिया। इनमें शामिल थीं-जागरूकता सत्र, ऑफलाइन क्विज़, पिक्शनरी गेम्स और ‘इकोबिट्स’ श्रृंखला, जिसमें रोज़ाना छोटे-छोटे हरित उपायों की जानकारी दी गई।
सामुदायिक स्तर पर ईएसएल द्वारा समर्थित तीरंदाजी स्कूलों में 50 से अधिक बच्चों को प्लास्टिक के दुष्प्रभाव और टिकाऊ विकल्पों के बारे में जागरूक किया गया। साथ ही, बेस्ट एनवायरनमेंट इनिशिएटिव अवॉर्ड्स के तहत विभागीय और व्यक्तिगत श्रेणियों में पर्यावरण संरक्षण में योगदान देने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। 20 से अधिक पोस्टर प्रविष्टियों ने संदेश को रचनात्मक रूप से प्रस्तुत किया।
हफ्ते भर के कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा वृक्षारोपण अभियान, जिसमें संयंत्र और सीएसआर साइटों पर 550 से अधिक पौधे लगाए गए। साथ ही ईएसएल ने प्लास्टिक-मुक्त कैंटीन की शुरुआत की और सभी कर्मचारियों को जूट बैग प्रदान किए।
समापन समारोह के अवसर पर ईएसएल स्टील के कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें रविश शर्मा (डिप्टी सीईओ एवं पूर्णकालिक निदेशक), अमल घोष (निदेशक – इंफ्रास्ट्रक्चर मैनेजमेंट), श्यामली मिन्ज़ (मुख्य मानव संसाधन अधिकारी), और जगेश्वर प्रसाद वर्मा (उप निदेशक – स्टील) शामिल थे। इन सभी ने कर्मचारियों के योगदान की सराहना की और हरित पहलों को संस्थागत संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा बताया।
इस अवसर पर तपेश चंद्र नस्कर, निदेशक-सेंट्रल इंजीनियरिंग एवं एचएसईएस, ईएसएल स्टील लिमिटेड ने कहा कि “ईएसएल में स्थिरता केवल एक दिन की पहल नहीं, बल्कि हमारी कार्यसंस्कृति का हिस्सा है। इस सप्ताह भर की मुहिम ने यह सिद्ध किया है कि जब सभी मिलकर प्रयास करें, तो बड़ा बदलाव संभव है।”

ईएसएल स्टील पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के साथ एक हरित, स्वच्छ और टिकाऊ भविष्य की दिशा में लगातार अग्रसर है।