बोकारो। बोकारो जिला का सिटी क्षेत्र, जिसे बोकारो स्टील प्लांट के निर्माण के समय बड़े हीं व्यवस्थित ढंग इसे बनाया गया था। चौड़ी-चौड़ी सड़कें, बच्चों के खेल-कूद के लिए play ground, खुबसूरत पार्क, स्कूल व स्वास्थ्य केंद्र आदि का निर्माण किया गया था। इसकी सुरक्षा व देखभाल करना BSL प्रबंधन के साथ-साथ यहां रहने वाले आम नागरिकों का भी कर्तव्य बनता है।
80 व 90 की दशक में सिटी में रहने वाले नागरिक अनुशासित ढंग से रहते व साफ सफाई का काफी ख्याल रखते थे। लेकिन समय में धीरे-धीरे बदलाव आया और समय के साथ लोग भी बदलते चले गए। मतलबी के साथ-साथ गैर अनुशासित हो गए हैं।
BSL प्रबंधन आवागमन के लिए जिन सड़कों का निर्माण किया है। उन सड़कों का इस्तेमाल पार्टी समारोह व अन्य कार्यक्रमों को संपन्न करने के लिए किया जा रहा है। आवागमन को पूर्ण रूप से बाधित करते हुए सड़कों पर पंडाल बनाया जाता है। भले हीं इस पंडाल के निर्माण से सड़कों की हालत बद से बद्तर हो जाए। यह माजरा किसी एक सेक्टर का नहीं है, ऐसा सभी सेक्टरों में देखा जा सकता है।
ऐसा हीं एक नजारा सेक्टर 12 में देखने को मिला। किसी सज्जन के यहां कोई खास कार्यक्रम रहा होगा। जनाब ने पूरा का पूरा सड़क को बंद कर पंडाल का बना दिया था। यह सड़क किसी स्ट्रीट का नहीं बल्कि NH 23 फोर लेन से सेक्टर 12 प्रवेश करने का मुख्य पथ है। यह पथ का इस्तेमाल करने वाले राहगीरों को मजबूर व विवश होकर पतली गली का सहारा लेना पड़ा।
बता दें कि कुछ माह पूर्व तक यह सड़क की स्थिति बेहद जर्जर थी। इस रास्ते में चलने से पहले राहगीर दस बार सोचते थे। घुटनों भर पानी जमा रहता था। BSL प्रबंधन की कृपादृष्टि हुई और सड़क का नवीकरण हुआ। लेकिन सेक्टरों रहने वाले लोगों के लिए तो मानो चांदी हो गया। समतल नए सड़क पर पंडाल बना कर सड़क को पुनः पहले वाली जर्जर अवस्था में लाने का शुभारंभ किया गया।