संवाददाता, गिरिडीह।
केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ने बुधवार को गिरिडीह जिले में FCI से जुड़े ठेकेदार रामजी पांडे के शास्त्री नगर स्थित आवास और सरिया स्थित गोदाम पर छापेमारी की। CBI की एक अन्य टीम ने गिरिडीह के पांडेयडीह स्थित FCI गोदाम संचालक संजय शर्मा के घर की भी तलाशी ली। छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में नकदी और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए जाने की सूचना है। जांच के लिए नोट गिनने की मशीन भी मंगवाई गई है।
अनाज घोटाले का खुलासा, फर्जी दस्तावेजों से 16 हजार टन अनाज की गबन का आरोप
CBI की यह छापेमारी FCI से जुड़े एक बड़े अनाज घोटाले की जांच के तहत की गई है। आरोप है कि ठेकेदार रामजी पांडे ने सरिया में FCI के गोदाम से 16 हजार टन से भी अधिक अनाज को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर निकासी कर कालाबाजारी की। इस घोटाले से निगम को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है।
गौरतलब है कि FCI ने सरिया में स्थित दस हजार टन क्षमता वाले गोदाम को रामजी पांडे से किराए पर लिया था और इसके संचालन की जिम्मेदारी भी उन्हें ही दी गई थी। अनाज की हेराफेरी और कालाबाजारी का यह मामला तब सामने आया जब FCI की एक टीम ने गोदामों का निरीक्षण किया। जांच में खुलासा हुआ कि जनवितरण प्रणाली के तहत वितरण के लिए रखा गया हजारों टन अनाज फर्जी दस्तावेजों के आधार पर निकाला गया था।
बंगाल में अनाज की कालाबाजारी का भी शक, JSFC अधिकारियों की मिलीभगत की आशंका
CBI की शुरुआती जांच में यह बात भी सामने आई है कि FCI गोदाम से निकाला गया अनाज बंगाल के राइस मिलों में भेजा गया, जहां इसे पॉलिश कर बाजार में बेचा गया। इस घोटाले में झारखंड स्टेट फूड कॉरपोरेशन (JSFC) के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत की भी आशंका जताई जा रही है। FCI ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए CBI से जांच कराने का आग्रह किया था, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है।
बुलेटिन इंडिया ने पहले हीं चलाई थी खबर
गिरिडीह के FCI गोदाम में हुई छापेमारी के बाद यह बात खुल कर सामने आ रही है कि गरीबों को जन वितरण प्रणाली के माध्यम से मिलने वाली अनाज को पॉलिश कर बाजार में बिक्री किया जाता है। जबकि इस संबंध में विगत 10 जुलाई को हीं “बुलेटिन इंडिया“ ने पूर्व में खबर को प्राथमिकता से प्रकाशित किया था।