बुलेटिन इंडिया, संवाददाता।
बोकारो चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज का एक प्रतिनिधि मंडल, अध्यक्ष मनोज चौधरी के नेतृत्व में, भारी उद्योग एवं इस्पात मंत्री एच डी कुमार स्वामी और राज्य मंत्री भूपति राजू श्रीनिवास वर्मा से बोकारो निवास में मिला। इस मुलाकात के दौरान, चेंबर अध्यक्ष मनोज चौधरी ने केंद्रीय मंत्री को एक ज्ञापन सौंपते हुए बोकारो इस्पात संयंत्र की उत्पादन क्षमता को 10 मिलियन टन तक बढ़ाने की मांग की।
इसके अतिरिक्त, चौधरी ने बियाडा स्थित इकाइयों के संरक्षण की भी आवश्यकता जताई। उन्होंने मांग की कि बियाडा की इकाइयों को कार्यादेश में प्राथमिकता दी जाए, ट्रायल ऑर्डर जारी किए जाएं और बियाडा के लिए टेस्टिंग लैब स्थापित किया जाए। इसके अलावा, डिलीवरी में देरी होने पर एक महीने की छूट प्रदान करने और आयात विकल्प वस्तुओं के लिए ट्रायल ऑर्डर देने की मांग भी की गई।
चेंबर के संरक्षक संजय बैद ने केंद्रीय मंत्री का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि बोकारो इस्पात प्रबंधन ने वाणिज्यिक और आवासीय भूखंडों के लीज नविनीकरण के लिए राशि 100 गुना तक बढ़ा दी है, जो अव्यावहारिक है। उन्होंने इसे व्यवहारिक बनाने की अपील की। साथ ही, नए आवासीय और व्यावसायिक भूखंड आवंटित करने, बोकारो में उच्च शिक्षा के लिए अभियंत्रण महाविद्यालय स्थापित करने, और बोकारो में इस्पात आधारित उद्योग लगाने की मांग भी की।
बैद ने केंद्र सरकार द्वारा 2020 में घोषित अमृतसर से कोलकाता के बीच औद्योगिक क्लस्टर को बोकारो में स्थापित करने के लिए सकारात्मक पहल करने की भी अपील की। उनका मानना है कि इन उपायों से बोकारो का औद्योगिक विकास तेज़ी से हो सकेगा।
इस अवसर पर धनबाद के सांसद ढुल्लू महतो भी उपस्थित थे, जिन्होंने चेंबर की मांगों का समर्थन करते हुए केंद्रीय मंत्री से उन पर सकारात्मक पहल करने का आग्रह किया।
चेंबर प्रतिनिधिमंडल में मनोज चौधरी, संजय बैद, नरेंद्र सिंह, असीम गोराईं, श्याम गुप्ता सहित अन्य सदस्य भी उपस्थित थे।