बोकारो, डेस्क।
बोकारो के चास इलाके के रहने वाले व्यापारी एवं सामाजिक कार्यकर्ता सतीश जायसवाल ने एक पत्र के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति को अपने पुस्तैनी प्लॉट पर हो रही अवैध गतिविधियों और स्थानीय प्रशासन की अनदेखी के कारण जनवरी 2025 में संसद भवन, नई दिल्ली के मुख्य द्वार पर आत्महत्या करने की धमकी दी है।
जायसवाल ने आरोप लगाया है कि उनके पुस्तैनी प्लॉट पर किरायेदारों और कुछ प्रशासनिक अधिकारियों ने अवैध तरीके से कब्जा कर लिया है और उनके द्वारा दर्ज शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। उनके अनुसार, प्रशासन द्वारा जानबूझकर उनके मामलों को लंबित रखा जा रहा है और उन्हें न्याय से वंचित किया जा रहा है।
जायसवाल ने कहा कि उनके द्वारा किए गए कई आवेदन और शिकायतों के बावजूद जिला प्रशासन और पुलिस विभाग ने उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया है। उन्होंने अपने पत्र में यह भी उल्लेख किया है कि वे 2008 से लगातार प्रताड़ित किए जा रहे हैं और अब वे इस स्थिति से तंग आ चुके हैं।
सतीश जायसवाल ने आरोप लगाया है कि उनके खिलाफ झूठे मामले बनाए जा रहे हैं और उन्हें मानसिक एवं आर्थिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। इस कारण से उन्होंने आत्महत्या का अंतिम निर्णय लिया है।
यह मामला बोकारो के सामाजिक और प्रशासनिक तंत्र पर सवाल खड़े करता है, और अगर समय रहते उचित कार्रवाई नहीं की गई तो यह एक गंभीर घटना का कारण बन सकता है।