मुख्य बिंदु :-
- गुवा वन विभाग ने सारंडा वन क्षेत्र में की बड़ी कार्रवाई।
- साल की लकड़ी के साथ दो लकड़ी माफिया गिरफ्तार।
- गुप्त सूचना के आधार पर वन विभाग की टीम ने छापेमारी कर लकड़ी तस्करों को पकड़ा।
- मौके से 74 पीस साल का पटरा बरामद।
चाईबासा (पश्चिम सिंहभूम) से सिद्धार्थ पाण्डेय की खबर।
गुवा वन विभाग ने सारंडा के गंगदा और चिड़िया पंचायत क्षेत्र के जंगलों में लकड़ी तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए दो लकड़ी माफिया को गिरफ्तार किया है। यह अभियान सारंडा वन प्रमंडल पदाधिकारी आईएफएस अभिरुप सिन्हा के निर्देशानुसार, आईएफएस नितिश कुमार और गुवा के रेंजर परमानंद रजक के नेतृत्व में चलाया गया।
गिरफ्तार किए गए लकड़ी तस्करों में मझगांव निवासी मोहम्मद सादिक, पिता- स्व. मोहम्मद रकीब और गणेश अंगारिया, पिता- लक्ष्मण अंगारिया, ग्राम लोडो़, अंकुवा शामिल हैं। इनके पास से कार संख्या JH05CR-1448 और 74 पीस साल का पटरा बरामद किया गया।
वन विभाग की विशेष टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की, जिसमें पाया गया कि एक कैम्फर वाहन को उक्त कार में सवार दो लोगों द्वारा स्काउट कर ले जाया जा रहा था। जब वन विभाग ने कैम्फर को रोकने का प्रयास किया, तो वह जंगल की ओर भाग गया। हालांकि, मौके पर कार में सवार तस्करों को पकड़ लिया गया और उनसे सख्ती से पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान उन्होंने स्वीकार किया कि कैम्फर वाहन में लकड़ी लेकर फरार चालक लोडो़ जंगल क्षेत्र में हो सकता है।
वन विभाग की टीम ने तत्परता से उस क्षेत्र में छापेमारी की और 74 पीस चिराई की गई साल की लकड़ी बरामद की। वर्तमान में, वन विभाग तस्करों के खिलाफ अपनी कार्रवाई को जारी रखे हुए है और इस कार्यवाही में शामिल अन्य लोगों की तलाश जारी है।
वन विभाग के रेंजर परमानंद रजक ने कहा कि जो भी लकड़ी तस्करी में शामिल पाया जाएगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। सूत्रों के अनुसार, वन विभाग की टीम कुछ अन्य संदिग्धों से भी पूछताछ कर रही है।