• विशप आनंद जोजो ने दिया नवस्थापित श्राइन को आशीर्वाद।
• आत्मिक पुनर्जागरण का हुआ आह्वान, सैकड़ों श्रद्धालुओं की रही उपस्थिति।
बुलेटिन इंडिया।
बेरमो से हेमंत हांसदा की रिपोर्ट।
जरांगडीह (बोकारो)। बेरमो प्रखंड अंतर्गत जारंगडीह उत्तरी पंचायत में स्थित प्रसिद्ध ढोरी माता तीर्थालय को शिफ्ट कर जारंगडीह दक्षिणी पंचायत के 16 नंबर फुटबॉल ग्राउंड के समीप स्थानांतरित किया जा रहा है। शुक्रवार को इस नव निर्धारित स्थल पर विशेष आशीर्वाद समारोह का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर हजारीबाग धर्म प्रांत के विशप आनंद जोजो ने नवस्थापित श्राइन का विधिवत आशीर्वाद किया। समारोह में सैकड़ों श्रद्धालु, पुरोहितगण एवं समुदाय के प्रमुख नेता शामिल हुए। नव श्राइन ढोरी माता को समर्पित है, जो स्थानीय समुदाय की गहरी श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है।

विशप आनंद जोजो ने अपने उपदेश में कहा कि यह श्राइन आत्मिक पुनर्जागरण का केंद्र बनेगा और यह हमारे समुदाय के लिए एक पवित्र उपहार है, जिसे सीसीएल द्वारा प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि यह स्थान न केवल प्रार्थना और ध्यान का केंद्र होगा, बल्कि सभी आगंतुकों के लिए शांति, आशा और प्रेरणा का स्रोत भी बनेगा।
समारोह में भजन, प्रार्थना और पवित्र जल का छिड़काव किया गया, जो नव श्राइन के पवित्रीकरण का प्रतीक था। विशप ने विशेष प्रार्थना के माध्यम से न केवल समुदाय के कल्याण के लिए, बल्कि पूरे सीसीएल परिवार एवं देशवासियों की सुख-समृद्धि के लिए भी प्रार्थना की।
उन्होंने यह भी कहा कि ढोरी माता श्राइन की यह पुनर्स्थापना हजारीबाग धर्म प्रांत के आध्यात्मिक जीवन में एक महत्वपूर्ण पड़ाव है और भविष्य में यह स्थल तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए एक प्रमुख गंतव्य बन सकता है।
इस अवसर पर हजारीबाग धर्म प्रांत के धर्माध्यक्ष के साथ-साथ पैरिश प्रीस्ट फादर माइकल लकड़ा, फादर एंथनी, फादर जॉर्ज के.सी., फादर सिरियक जोसेफ, फादर सुरेंद्र पॉल, फादर नॉरबर्ट लकड़ा और फादर विनय सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।