बुलेटिन इंडिया।
तीरथ सिंह चौधरी की रिपोर्ट।
बोकारो/चास। चास प्रखंड अंतर्गत राधानगर पंचायत में अबुआ आवास योजना के तहत 300 से अधिक आवास स्वीकृत किए गए हैं, लेकिन लाभुकों को समय पर राशि नहीं मिलने के कारण दर्जनों गरीब परिवार बेघर होकर खानाबदोश जैसी स्थिति में जीवन गुजारने को मजबूर हैं। लगातार हो रही बारिश ने इन परिवारों की परेशानी और बढ़ा दी है। अधिकांश कच्चे मकान ढह गए हैं, जबकि कई मकानों की दीवारों में दरारें आ गई हैं, जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार डहरडीह गांव के गंगाराम टुडू, गुड़गुड़ी गांव के शिबू कपरदार, संजय बाउरी पिता अजय बाउरी ग्राम दुलालपुर समेत कई जरूरतमंद लाभुक अब तक पक्का घर नहीं बना पाए हैं। स्वीकृति के बावजूद राशि के अभाव में उनके पुराने कच्चे घरों की मरम्मत भी नहीं हो सकी है। वर्तमान में ये परिवार खुले आसमान के नीचे या प्लास्टिक और टीन की छत के नीचे जीवन जीने को विवश हैं।
इस संबंध में पंचायत के मुखिया स्वरूप दास ने बताया कि अबुआ आवास से जुड़ी सभी समस्याओं की रिपोर्ट बनाकर जिले के उपायुक्त, उप विकास आयुक्त और प्रखंड विकास पदाधिकारी चास को लिखित रूप से भेज दी गई है। उन्होंने कहा कि यदि लाभुकों को समय पर राशि आवंटित की गई होती, तो आज ये सभी गरीब बरसात से पहले पक्का घर बना चुके होते। उन्होंने अफसोस जताया कि समय पर सहयोग नहीं मिलने से इन जरूरतमंद परिवारों को भय और असुरक्षा के बीच जीना पड़ रहा है।
ग्रामीणों ने सरकार और प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द राशि का आवंटन किया जाए ताकि उनका आवास निर्माण कार्य शुरू हो सके और वे बरसात में एक सुरक्षित छत के नीचे रह सकें।
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए प्रशासन की ओर से शीघ्र ठोस पहल की आवश्यकता है।