डॉ. नटवा हांसदा बने झारखंड एकेडमिक काउंसिल के अध्यक्ष, सरकार ने जारी की अधिसूचना
बुलेटिन इंडिया, संवाददाता।
रांची। झारखंड सरकार ने झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) के नए अध्यक्ष के रूप में डॉ. नटवा हांसदा की नियुक्ति की घोषणा कर दी है। सरकार की ओर से स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा 6 फरवरी 2025 को इस संबंध में आधिकारिक अधिसूचना जारी की गई। अधिसूचना के अनुसार, डॉ. हांसदा का कार्यकाल तीन वर्षों के लिए होगा, जो उनकी पदभार ग्रहण करने की तारीख से प्रभावी होगा।
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सरकार का निर्णय और अधिसूचना
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा जारी अधिसूचना में स्पष्ट किया गया है कि डॉ. नटवा हांसदा को झारखंड एकेडमिक काउंसिल के अध्यक्ष पद पर तीन साल की अवधि के लिए नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति झारखंड सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत की गई है।
डॉ. नटवा हांसदा शिक्षा क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित नाम हैं। उनके पास शैक्षणिक प्रशासन का लंबा अनुभव है और वे विभिन्न शैक्षिक नीतियों एवं सुधारों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं। जैक के अध्यक्ष के रूप में उनकी नियुक्ति से राज्य में स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने और शैक्षिक प्रशासन को और अधिक प्रभावी बनाने की उम्मीद की जा रही है।
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झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) की भूमिका
झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) राज्य में विद्यालयी शिक्षा, परीक्षा संचालन और पाठ्यक्रम निर्धारण जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को संभालता है। इसके अंतर्गत मैट्रिक (10वीं) और इंटरमीडिएट (12वीं) परीक्षाओं के आयोजन, पाठ्यक्रम निर्माण और शिक्षकों के प्रशिक्षण सहित अन्य महत्वपूर्ण कार्य आते हैं। जैक की नीतियां राज्य के लाखों विद्यार्थियों के शैक्षिक भविष्य को प्रभावित करती हैं।
डॉ. हांसदा के सामने चुनौतियाँ और संभावनाएँ
झारखंड के शिक्षा क्षेत्र में कई चुनौतियाँ हैं, जिनमें सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता सुधारना, डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देना और परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता लाना शामिल हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि डॉ. नटवा हांसदा के नेतृत्व में जैक इन चुनौतियों का समाधान निकालने में सक्षम होगा।
नई शिक्षा नीति (NEP 2020) के अनुरूप सुधार, शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रमों में सुधार और ऑनलाइन शिक्षा के विस्तार जैसे मुद्दों पर भी उनके कार्यकाल में विशेष ध्यान दिए जाने की संभावना है।
शिक्षा जगत से प्रतिक्रियाएँ
डॉ. हांसदा की नियुक्ति पर शिक्षा जगत में सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कई शिक्षाविदों का मानना है कि उनके अनुभव और कार्यशैली से झारखंड में शिक्षा प्रणाली को मजबूती मिलेगी और छात्रों को बेहतर शैक्षिक माहौल प्राप्त होगा।
अपनी नियुक्ति के बाद डॉ. नटवा हांसदा जल्द ही शिक्षा विभाग के अधिकारियों और जैक के सदस्यों के साथ बैठक कर आगामी कार्ययोजना पर चर्चा करेंगे। उनके कार्यकाल में राज्य के छात्रों के लिए नई शिक्षा नीतियों को लागू करने और परीक्षा प्रणाली को और अधिक पारदर्शी बनाने पर विशेष जोर दिया जा सकता है।
झारखंड सरकार द्वारा डॉ. नटवा हांसदा को जैक का अध्यक्ष बनाए जाने का निर्णय शिक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। उनके नेतृत्व में झारखंड में शिक्षा व्यवस्था में सुधार और छात्रों को बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध कराने की दिशा में ठोस प्रयास किए जाने की उम्मीद है।