बुलेटिन इंडिया, संवाददाता।
बोकारो। वेदान्ता ईएसएल सीएसआर ने अपने प्रमुख आरोग्य परियोजना के तहत निर्मल ग्राम अस्पताल परिसर में कुष्ठ रोग रोकथाम दिवस का सफलतापूर्वक आयोजन किया। इस पहल का उद्देश्य कुष्ठ रोग से प्रभावित व्यक्तियों को सहायता प्रदान करना और समुदाय को इसकी रोकथाम और उपचार के प्रति जागरूक बनाना था।
स्वास्थ्य शिविर और प्रमुख पहल
इस कार्यक्रम के तहत मोबाइल स्वास्थ्य वैन द्वारा 50 कुष्ठ रोगियों की स्क्रीनिंग की गई और आवश्यक दवाएँ उपलब्ध कराई गईं। मरीजों के समग्र कल्याण को ध्यान में रखते हुए उन्हें पोषण किट और स्वच्छता किट भी प्रदान की गईं।
इसके अलावा, एक जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें रोगियों और उनके देखभाल करने वालों को कुष्ठ रोग की रोकथाम, लक्षण, उपचार विकल्पों और सरकारी कल्याण योजनाओं की जानकारी दी गई। इस दौरान कुष्ठ रोग अस्पताल के प्रभारी बसंत कुमार और समन्वयक एंथनी ने कुष्ठ रोग प्रबंधन, पुनर्वास और सामाजिक कलंक को कम करने के उपायों पर विचार साझा किए।
समाज में जागरूकता और समावेश पर जोर
ईएसएल स्टील की इस पहल का उद्देश्य केवल चिकित्सा सहायता प्रदान करना नहीं, बल्कि समाज में जागरूकता फैलाकर कुष्ठ रोग से जुड़े कलंक को समाप्त करना भी है। इस अवसर पर ईएसएल के सीएसआर प्रमुख कुणाल दारिपा ने कहा, “कुष्ठ रोग भारत में एक प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती है, जो समाज के हाशिए पर रहने वाले वर्गों को सबसे अधिक प्रभावित करती है। ईएसएल स्टील एक स्वस्थ और समावेशी समाज के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है। हमारी आरोग्य परियोजना के माध्यम से हम इस बीमारी के प्रति जागरूकता बढ़ाने, प्रारंभिक निदान और उपचार सुनिश्चित करने तथा प्रभावित व्यक्तियों का सशक्तिकरण करने का प्रयास कर रहे हैं। कुष्ठ रोग रोकथाम दिवस केवल चिकित्सा हस्तक्षेप नहीं, बल्कि सामाजिक स्वीकृति और देखभाल का वातावरण बनाने की दिशा में एक कदम है।”
स्वास्थ्य संवर्धन की ओर वेदान्ता ईएसएल की प्रतिबद्धता
वेदान्ता ईएसएल की आरोग्य परियोजना समाज के सबसे कमजोर तबकों को स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। कुष्ठ रोग उन्मूलन के लिए किए गए इस प्रयास से यह स्पष्ट होता है कि कंपनी न केवल चिकित्सा सहायता बल्कि सामाजिक समावेश और कल्याण को भी प्राथमिकता देती है।