रिपोर्ट : महावीर प्रसाद, बोकारो।
इस्पात मजदूर मोर्चा (सीटू) की कार्यकर्ताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक सेक्टर 9 स्थित यूनियन कार्यालय में आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता के.एन. सिंह ने की। बैठक में संगठन के संयुक्त महामंत्री बी.डी. प्रसाद ने मजदूरों की समस्याओं और उनकी नाराजगी को खुलकर सामने रखा।
बी.डी. प्रसाद ने कहा कि आज सेल प्रबंधन द्वारा स्थाई और ठेका मजदूरों दोनों का शोषण और दमन किया जा रहा है। इसके बावजूद मजदूर नए-नए रिकॉर्ड स्थापित कर इस्पात उत्पादन में अपना योगदान दे रहे हैं। लेकिन प्रबंधन की ओर से मजदूरों की समस्याओं को नजरअंदाज किया जा रहा है, जिससे मजदूरों में गहरा असंतोष फैल रहा है।
प्रसाद ने वेतन समझौते में हो रही देरी पर गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने बताया कि MOU (समझौता ज्ञापन) पर हस्ताक्षर हुए तीन साल से अधिक हो गए हैं, लेकिन अब तक वेतन समझौते में कोई प्रगति नहीं हुई है। यह स्थिति केवल सेल के मजदूरों के साथ हो रही है, जिससे वेतन समझौते के लाभ और एरियर भुगतान से मजदूर वंचित हैं। यह अन्यायपूर्ण व्यवहार मजदूरों के धैर्य को खत्म कर सकता है।
प्रसाद ने ठेका मजदूरों की समस्याओं पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि पदाधिकारियों की मिलीभगत से ठेका मजदूरों की मजदूरी का लगभग एक तिहाई हिस्सा उनसे छीना जा रहा है। जो मजदूर इस स्थिति का विरोध करते हैं, उनके गेट पास ठेकेदार द्वारा छीन लिए जाते हैं और उन्हें काम से बाहर कर दिया जाता है। ठेका मजदूरों को ग्रैच्युटी, मकान भाड़ा भत्ता, साईकिल भत्ता, कैंटीन भत्ता, इंसेंटिव-रीवार्ड, प्रमोशन आदि सुविधाओं से वंचित रखा जा रहा है। मेडिकल के नाम पर की जा रही छंटनी ने भी मजदूरों को आक्रोशित कर दिया है।
बैठक के अंत में के.एन. सिंह ने मजदूरों को संबोधित किया और अन्य वक्ताओं में आर.के. गोरांई, आर.एन. सिंह, देव कुमार, शंकर पोद्दार और आर.बी. सिन्हा ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। कहा कि इस्पात मजदूरों के मौजूदा हालात और उनकी समस्याओं को उजागर करती है, और प्रबंधन को चेतावनी देती है कि अगर उनकी समस्याओं का समाधान जल्द नहीं किया गया, तो बड़ा आंदोलन हो सकता है। बैठक में दर्जनों कार्यकर्ताओं ने भाग लिया और अपने समर्थन का इज़हार किया।