बोकारो, डेस्क।
बोकारो जिला में चौकीदार पद के लिए निकाली गई बहाली में क्षेत्रीय भाषा की श्रेणी में खोरठा को शामिल किए जाने पर बोकारो जिला के खोरठा भाषा के विद् ने राज्य सरकार व जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया है।
ज्ञात हो कि बोकारो जिला में चौकीदार पद के लिए मैट्रिक व इंटरमीडिएट स्तर पर बहाली निकाली गई है। जिसमें जन जातिय भाषा में संथाली, हो व मुंडारी तथा क्षेत्रीय भाषा में नागपुरी, कुड़माली, खोरठा, उर्दू व बंगला भाषा को शामिल किया गया है।
इस संदर्भ में बोकारो जिला के खोरठा भाषा के लेखक, कवि व साहित्यकार से बुलेटिन इंडिया ने खास बातचीत कर उनकी प्रतिक्रिया जानी।
किसने क्या कहा…!
नागेश्वर महतो :- खोरठा भाषा की लिपि (अप्रमाणित) की खोज करने वाले नागेश्वर महतो ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व जिला उपायुक्त को इस कार्य के लिए धन्यवाद करता हूं। चौकीदार की बहाली में खोरठा भाषा को क्षेत्रीय भाषा में शामिल किए जाने से यहां के स्थानीय लोगों को रोजगार का लाभ मिलेगा। उन्होंने राज्य सरकार से मांग करते हुए कहा कि बोकारो जिला में खोरठा भाषा बोलने वालों की संख्या अधिक है। इसलिए खोरठा भाषा वासियों को इसकी प्राथमिकता मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार अन्य भाषाओं को बोकारो जिला की प्रतियोगिता परीक्षाओं में शामिल किया गया है। वैसे हीं अन्य जिलों में भी खोरठा को शामिल किया जाए।
शांति भारत :- खोरठा भाषा के लेखक व कवि शांति भारत में राज्य सरकार व जिला प्रशासन के इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि बोकारो जिला में 80 प्रतिशत लोग खोरठा भाषा का इस्तेमाल अपने दैनिक जीवन में करते हैं। इसलिए खोरठा भाषा बोलने वाले लोगों को इसका बेहतर लाभ मिलना चाहिए। खोरठा हमारी भाषा हीं नहीं संस्कृति भी है। बोकारो के अलावे अन्य जिलों में भी खोरठा भाषा बोलने वाले लोग हैं, वहां भी प्रतियोगिता परीक्षाओं में खोरठा को शामिल किया जाना चाहिए। तभी झारखंड अलग राज्य बनने का लाभ यहां के मूलनिवासियों को मिलेगा।
प्यारे हुसैन प्यारे :- खोरठा भाषा के कवि प्यारे हुसैन प्यारे ने भी राज्य सरकार के इस सकारात्मक पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि केवल तृतीय व चतुर्थ श्रेणी की बहाली में हीं नहीं सभी प्रकार की प्रतियोगिता परीक्षाओं में खोरठा को शामिल किया जाना चाहिए। झारखंड सरकार यहां के क्षेत्रीय भाषा कवि, लेखक व साहित्यकार के संदर्भ में भी कुछ सोचना चाहिए, तभी उनका मनोबल बढ़ेगा।