क्या जुए की वजह से गई जान या मामला कुछ और? पुलिस जांच में जुटी
बुलेटिन इंडिया, संवाददाता।
बोकारो। शुक्रवार की देर रात माराफारी थाना क्षेत्र अंतर्गत बांसगोड़ा घोंचाटोला इलाके में एक युवक की गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान सेक्टर 12, गुमला नगर निवासी मंटू दास (उम्र लगभग 30 वर्ष) के रूप में की गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मंटू दास शुक्रवार रात बांसगोड़ा स्थित एक होटल में अपने कुछ दोस्तों के साथ शराब का सेवन कर रहा था। इसी दौरान वहां कुछ अन्य युवक पहुंचे और आपसी कहासुनी होने लगी। देखते ही देखते मामला इतना बढ़ गया कि एक युवक ने अचानक मंटू पर गोली चला दी। गोली लगते ही मंटू जमीन पर गिर पड़ा और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
घटना की सूचना मिलते ही माराफारी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने घटनास्थल से कुछ साक्ष्य भी जब्त किए हैं। हत्या के कारणों का अब तक स्पष्ट रूप से खुलासा नहीं हुआ है, परंतु पुलिस विभिन्न पहलुओं पर जांच कर रही है, जिसमें आपसी रंजिश, जुए का लेन-देन, अथवा स्थानीय अपराधी नेटवर्क से जुड़े होने की आशंका भी शामिल है।
⇒ अवैध गतिविधियों का अड्डा बना बांसगोड़ा?
घटना के बाद एक बार फिर बांसगोड़ा, खासकर घोंचाटोला क्षेत्र में सक्रिय अवैध गतिविधियों पर सवाल खड़े हो गए हैं। क्षेत्र में जुए, तस्करी और अन्य गैर-कानूनी गतिविधियों की शिकायतें लगातार मिलती रही हैं, लेकिन प्रशासनिक कार्रवाई नाकाफी साबित हो रही है।
बुलेटिन इंडिया के पास हाल ही में एक वीडियो आया है, जिसमें इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर चल रहे जुए के अड्डे स्पष्ट रूप से देखे जा सकते हैं। यह वीडियो स्थानीय प्रशासन और पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल उठाता है। इस वीडियो से संबंधित विस्तृत रिपोर्ट शीघ्र ही हमारे चैनल पर प्रसारित की जाएगी।
पुलिस ने क्या कहा?
घटना के संदर्भ में थाना प्रभारी, माराफारी ने बताया कि हत्या की जांच प्रारंभ कर दी गई है। सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से कुछ संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है और जल्द ही हत्यारे की गिरफ्तारी का दावा किया गया है।
मृतक मंटू दास की हत्या की सूचना मिलते ही उसके परिजन सदमे में हैं। परिजनों ने हत्या के पीछे सोची-समझी साजिश की आशंका जताई है और दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की है।
सवाल बरकरार:
- क्या मंटू की हत्या आपसी विवाद का नतीजा थी या जुए के पैसे को लेकर हुई खींचतान?
- क्या बांसगोड़ा पुलिस को स्थानीय अवैध गतिविधियों की भनक नहीं?
- कब होगी इलाके में जुए और तस्करी पर निर्णायक कार्रवाई?
इस सनसनीखेज घटना ने एक बार फिर बोकारो पुलिस की कार्यशैली और कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आने वाले दिनों में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि प्रशासन इस मामले में कितनी तत्परता और पारदर्शिता से कार्रवाई करता है।