बुलेटिन इंडिया, संवाददाता।
रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के महासचिव विनोद कुमार पांडेय ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद निशिकांत दुबे पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पांडेय ने कहा कि दुबे ने गुलमर्ग में अपनी 25वीं शादी की सालगिरह को VVIP सुरक्षा की आड़ में एक “शाही तमाशा” में बदल दिया। उन्होंने इसे सत्ता के नशे का “काला चेहरा” करार दिया, जिसे अब “कोई ढंक नहीं सकता।”
पांडेय ने कहा कि 14 अप्रैल को आयोजित यह समारोह उस समय हुआ, जब जम्मू-कश्मीर आतंकवादी खतरों के साये में था। उन्होंने आरोप लगाया कि दुबे ने सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग कर निजी खुशी का जश्न मनाया, जो “जनता के खून-पसीने की कमाई और देश की सुरक्षा के साथ खुला विश्वासघात है।” झामुमो नेता ने भाजपा से मांग की कि वह निशिकांत दुबे को पार्टी से तत्काल निष्कासित करे।
महासचिव ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और अन्य नेताओं पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार पर अनर्गल आरोप तो लगाते हैं, लेकिन निशिकांत दुबे के इस आचरण पर चुप्पी साधे हुए हैं। पांडेय ने कहा, “दुबे सुप्रीम कोर्ट को भी अपने ठेंगे पर रखते हैं। वे संविधान नहीं मानते और देश में मनुस्मृति लागू करना चाहते हैं।”

पांडेय ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि इस हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई, लेकिन भाजपा सांसद ने संवेदना व्यक्त करने के बजाय अपनी सालगिरह की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा कीं। उन्होंने सवाल किया, “क्या यही है भाजपा का ‘सबका साथ, सबका विकास’? स्पष्ट है कि इनके लिए ‘नेता प्रथम, जनता अंतिम’ की नीति है।”
झामुमो नेता ने अंत में कहा कि भाजपा नेताओं की कथनी और करनी में भारी अंतर है, जो समय-समय पर सामने आता रहता है।