बुलेटिन इंडिया, संवाददाता।
बोकारो। इंडियन एसोसिएशन ऑफ लॉयर्स (IAL) ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए जघन्य आतंकी हमले की तीव्र शब्दों में निंदा की है। इस आतंकी हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों और स्थानीय नागरिकों की जान चली गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। एसोसिएशन ने इस कायरतापूर्ण और अमानवीय कृत्य को मानवता के खिलाफ अपराध करार देते हुए इसे देश की एकता, अखंडता और शांति पर सीधा हमला बताया।
इस दुखद घटना को लेकर इंडियन एसोसिएशन ऑफ लॉयर्स के नेशनल कौंसिल के सदस्य अधिवक्ता रणजीत गिरि ने कहा कि केंद्र सरकार और जम्मू-कश्मीर प्रशासन को इस हमले के दोषियों के खिलाफ त्वरित और कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति का समर्थन करते हुए दोषियों को कठोरतम सजा देने की मांग की।

उन्होंने कहा, “यह हमला न केवल निर्दोष लोगों की जान लेने वाला कृत्य है, बल्कि यह कश्मीर की पारंपरिक मेहमाननवाजी और शांतिप्रिय छवि को धूमिल करने की कोशिश है, जिसे हम कभी स्वीकार नहीं करेंगे।”
अधिवक्ता अतुल कुमार ने देशवासियों और कानूनी बिरादरी से अपील की कि वे इस कठिन समय में एकजुट रहें और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सरकार का पूर्ण समर्थन करें।
इंडियन एसोसिएशन ऑफ लॉयर्स ने विधि के शासन को बनाए रखने और आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष में हर संभव सहयोग देने की प्रतिबद्धता जताई है।
इस अवसर पर बोकारो में अधिवक्ताओं ने मौन धारण कर इस आतंकी घटना में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी और एक स्वर में हमले की निंदा की। निंदा व्यक्त करने वालों में अधिवक्ता सोमनाथ शेखर, बासुदेव गोस्वामी, दीपक चटोपाध्याय, संजय सिंह, सुनील सिंह, नरेश महतो, चंदन कुमार, अशोक कुमार राय, नीतीश नंदी, निरोध प्रामाणिक, हरेंद्र महतो, अशोक महथा, संजय कुमार, दिलीप महतो, रंजन कुमार मिश्रा, फटीक चंद्र सिंह, संजय कुमार प्रसाद, राणा प्रताप शर्मा, हसनैन आलम, संजीत कुमार सिंह, वंशिका सहाय, दीपिका सिंह, राज श्री, दीप्ति सिंह, रामावती कुमारी, रीना कुमारी, सुमन वर्मा, बबीता कुमारी, विजय कुमार, ओम प्रकाश लाल, विकास प्रजापति, संजीत महतो सहित सैकड़ों अधिवक्ता शामिल थे।
सभी अधिवक्ताओं ने आतंकवाद के विरुद्ध एकजुट होकर कड़ा संदेश देने का संकल्प लिया।