• प्रेम कुमार महतो की शहादत के बाद बीएसएल प्रबंधन और जिला प्रशासन के बीच पहली बैठक सम्पन्न।
• 50 अप्रेंटिस अभ्यर्थियों को नियोजन देने पर सहमति।
बुलेटिन इंडिया, संवाददाता।
बोकारो। बीते 3 अप्रैल को सीआईएसएफ के लाठीचार्ज में घायल होकर जान गंवाने वाले प्रेम कुमार महतो की शहादत के बाद जिले में उत्पन्न तनावपूर्ण हालातों के बीच मंगलवार को जिला प्रशासन और बीएसएल प्रबंधन के बीच पहली महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में विस्थापित अप्रेंटिस अभ्यर्थियों के नियोजन को लेकर कई अहम निर्णय लिए गए।
उपायुक्त विजया जाधव के निर्देश पर समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता अपर समाहर्ता मो. मुमताज अंसारी ने की। बैठक में चास अनुमंडल पदाधिकारी प्रांजल ढ़ांडा, श्रम अधीक्षक रंजीत कुमार समेत बीएसएल प्रबंधन की ओर से ईडी-एचआर राजश्री बनर्जी, जीएम-एचआरडी मनीष जलाटा, जीएम-सिक्योरिटी आलोक चावला, जीएम-एचआर (ओडी-सीसीएलसी) प्रांजली, डीजीएम (एचआर-सीसीएलसी) सुजय दत्ता, एजीएम ईडी-सिक्योरिटी अंजनी कुमार, एजीएम (एचआर-आइआर) एस ए हुसैन तथा प्रबंधक (एचआर-आइआर) उज्ज्वल कुमार उपस्थित थे। साथ ही विस्थापित अप्रेंटिस अभ्यर्थियों के प्रतिनिधि भी बैठक में शामिल हुए।

बैठक में अभ्यर्थियों के प्रतिनिधियों ने कौशल आधारित नियोजन, मेडिकल सेवा, आवास की सुविधा और 60 वर्ष तक स्थायी नियोजन की मांग प्रमुखता से रखी। इस पर बीएसएल प्रबंधन और प्रशासन के अधिकारियों के बीच विस्तृत चर्चा हुई।
अपर समाहर्ता मो. मुमताज अंसारी ने बीएसएल प्रबंधन को निर्देशित किया कि प्रत्येक माह 50 अप्रेंटिस अभ्यर्थियों को अनुबंध के आधार पर नियोजित किया जाए। यह नियोजन तीन बैचों से होगा—प्रथम बैच से 20, द्वितीय बैच से 15 और तृतीय बैच से 15 अभ्यर्थी शामिल होंगे। नियुक्ति प्रक्रिया में वरीयता और ट्रेड आधारित प्राथमिकता को ध्यान में रखा जाएगा। बीएसएल प्रबंधन ने इस प्रस्ताव पर सहमति जताई और नियोजन प्रक्रिया को 30 अप्रैल तक पूर्ण करने का आश्वासन दिया।

मेडिकल और आवासीय सुविधाओं पर निर्णय लेने के लिए बीएसएल प्रबंधन ने वरीय स्तर से मार्गदर्शन प्राप्त करने की आवश्यकता जताई। इस पर अपर समाहर्ता ने उन्हें शीघ्र पत्राचार कर अगले बैठक में इस बिंदु पर ठोस रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
बैठक में अन्य कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा हुई और बीएसएल प्रबंधन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
गौरतलब है कि 3 अप्रैल को विस्थापितों द्वारा बीएसएल में नियोजन की मांग को लेकर धरना दिया जा रहा था, जिस पर सीआईएसएफ ने लाठीचार्ज कर दिया। इस घटना में प्रेम कुमार महतो की मौत हो गई थी, जिसके बाद शहर में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। इसके बाद उपायुक्त ने आश्वासन दिया था कि प्रत्येक माह की 15 तारीख को विस्थापितों के नियोजन से संबंधित बैठक आयोजित की जाएगी, ताकि संवाद और समाधान की प्रक्रिया को निरंतर रखा जा सके।
अगली बैठक में पूर्व प्रस्तावों की प्रगति रिपोर्ट के साथ लंबित मांगों पर पुनः विमर्श किया जाएगा।